तो दिवाली के पहले बेरोजगारों को मिला ‘लाठियों’ का तोहफा! चाचा भतीजा की सरकार की प्रतिष्ठा दांव पर

पटना। द न्यूज़। बिहार की जनता की नियति ठगे जाने की हो गयी है। हर सरकार नौकरी देने के नाम पर युवकों को ठग रही है। दर दर भटकना लाठी और गाली खाना बेरोजगार युवकों की नियती बन गयी है। पहले ये युवक दिल्ली, महाराष्ट्र और दक्षिणी भारत में अपमान सह रहे थे।लेकिन अब बिहार की चाचा भतीजा की सरकार में इन्हें घर में अपमानित होना पड़ रहा है। अब बिहारी जाएं तो जाएं कहाँ। शिक्षक की ट्रेनिंग लेने के तीन वर्षों बाद भी नौकरी के दरवाजे नहीं खुले तो ये बेरोजगार युवक सड़क पर प्रदर्शन निकले। बदले में उनपर लाठियां बरसाई गयी। भाजपा के एक नेता ने कहा कि महागठबंधन की सरकार ने बेरोजगारों को दिवाली का तोहफा दे दिया है। लाठी खाने के बाद अंदर ही अंदर बेरोजगार युवकों में ज्वाला सुलग रही है ।

महागठबंधन की सरकार इन प्रदर्शनकारी बेरोजगार युवकों से बचने के लिए 144 धारा लगा दी है। अलबत्ता युवा सड़क पर उतरे तो जेल भेज दिए जाएंगे। केवल गर्दनीबाग में ही प्रदर्शन की इजाजत है। महागठबंधन सरकार के गठन से दो दिन पहले राजद ने घोड़ा ऊंट के साथ पूरे शहर में प्रतिरोध मार्च निकाला था। उस समय किसी ने 144 धारा नहीं लगाया।