पटना। द न्यूज़। पूर्व मंत्री श्याम रजक को एनडीए ने दुत्कारा है जबकि हम नेता जीतन राम मांझी के प्रति दुलार दिखाया है। ये है राजनीति का रंग। चुनाव के कारण गिरगिट की चाल शुरू हो गयी है। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि मुख्य विरोधी दल का नेतृत्व ऐसे लोग कर रहे हैं, जिनमें किसी बात को लेकर कोई गंभीरता नहीं है।
वे एनडीए सरकार के तेज ढांचागत विकास की अनदेखी करते हुए उद्योग विभाग के काम आलोचना करते थे।जब उद्योग विभाग का मंत्री सरकार और पार्टी से निकाला गया, तो वे उसकी तारीफ के पुल बांधने लगे।पता नहीं राजद पहले सही था या अब सही कह रहा है।राजद ने महागठबंधन में कोआर्डिनेशन कमेटी की मांग करने वाले बुजुर्ग दलित नेता का अपमान किया, जबकि एक बर्खास्त मंत्री को पार्टी में शामिल कर वह दलित प्रेम का दिखावा कर रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि जिन्हें दस साल तक लालू प्रसाद ने दुआर पर चढ़ने नहीं दिया, उन्हें अब माथे पर बैठाया जा रहा है।राजद ने नीति और कार्यक्रमों के आधार पर चुनाव जीतने का आत्मविश्वास खो दिया है।माउन्टेन मैन दशरथ मांझी की 13 वीं पुण्यतिथि पर उन्हें शत-शत नमन्।
दशरथ मांझी को सम्मानित करने के लिए जिस मुख्यमंत्री ने अपनी कुर्सी छोड़ दी थी और बाद में एक मांझी को मुख्यमंत्री भी बनवाया, उसे कुछ लोग आज दलित-विरोधी बता रहे हैं।
जो दल या व्यक्ति स्वार्थ के चलते हल्की बयानबाजी करते हैं, वे जनता के चित से उतर जाते हैं।