पटना। द न्यूज़। जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह के बिहार आगमन पर जदयू नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। पटना एयरपोर्ट पर प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा की अगुआई में जहां कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे, वहीं पार्टी मुख्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में भी कई नेताओं ने उपस्थिति दर्ज की। इस दौरान मौजूद रहने वाले नेताओं में बिहार सरकार के मंत्री सुनील कुमार, जयंत राज, श्रीमती शीला मंडल, सांसद चन्द्रेश्वर चन्द्रवंशी, दुलाल चन्द्र गोस्वामी, महाबली सिंह, विजय मांझी, गिरधारी यादव, विधानपार्षद श्री संजय गांधी, श्री ललन सर्राफ, बिरेन्द्र नारायण यादव, विधायक श्रीमती बीमा भारती, डॉ. संजीव कुमार, पूर्व मंत्री श्री रामसेवक सिंह कुशवाहा, श्री शैलेश कुमार, लक्ष्मेश्वर राय, डॉ. रंजू गीता, पूर्व सांसद श्रीमती मीना सिंह, पूर्व विधानपार्षद डॉ. रणवीर नंदन, श्रीमती रीना यादव, श्री वाल्मीकि सिंह, पूर्व विधायक अभय कुशवाहा, रणधीर कुमार सोनी, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. नवीन कुमार आर्य, प्रदेश महासचिव अनिल कुमार, श्री चंदन सिंह, डॉ. बिपिन कुमार यादव, जदयू मीडिया सेल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमरदीप, जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष कन्हैया सिंह, महिला जदयू अध्यक्ष डॉ. श्वेता विश्वास, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. सुहेली मेहता, निखिल मंडल, श्री अरविन्द निषाद, श्री अभिषेक झा समेत कई वरीय पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।आरसीपी सिंह ने अपने संबोधन में पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि संगठन ही जदयू की ताकत है। आज जब मैं केन्द्रीय मंत्री बनकर आया हूँ तो पार्टी का हर कार्यकर्ता स्वयं को केन्द्रीय मंत्री समझ रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के नाम में ही यूनाइटेड लगा है। पार्टी के नाम के अनुरूप हम सभी यूनाइटेड हैं। पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं। जदयू में केवल एक नेता हैं और वो हैं नीतीश कुमार। हम सभी उन्हीं के नेतृत्व में काम करते हैं।
आरसीपी सिंह ने कहा कि हममें और ललन बाबू में कोई फर्क नहीं। उनसे मेरा संबंध आज का नहीं। 6 तारीख को जब वे आए तब भी विपक्ष के पेट में दर्द हो रहा था और आज जब मैं आया हूँ तब भी बहुतों के पेट में दर्द हो रहा है। मीडिया में तरह-तरह की कयासबाजी चलती है। मेरे मंत्री बनने को लेकर भी कई तरह की बातें हुईं। ये प्रचारित करने की कोशिश की गई कि मैं अपने मन से मंत्री बन गया। मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि आज तक मैने कोई भी काम नीतीश बाबू की अनुमति के बिना नहीं किया।
आरसीपी सिंह ने कहा कि मेरे मंत्री बनने का ये मतलब नहीं कि मैं संगठन का काम छोड़ दूंगा। संगठन के लिए जो काम आज तक करता रहा हूँ, वो आगे भी करता रहूँगा। केवल जिला मुख्यालय ही नहीं बल्कि बूथ तक के साथियों के घर जाकर उनका आभार प्रकट करूंगा। उन्हीं के आशीर्वाद से पार्टी है, विधायक और सांसद हैं और उन्हीं के आशीर्वाद से मैं मंत्री हूँ और नीतीश बाबू राज्य के मुख्यमंत्री हैं।
आरसीपी सिंह ने कहा कि आज बिहार और केन्द्र दोनों जगह एनडीए की सरकार है। केन्द्र की मोदी सरकार हो या राज्य की नीतीश सरकार दोनों सरकारें समानेशी विकास के मॉडल पर आगे बढ़ रही हैं। जातीय जनगणना के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इस संबंध में अगर हमारी पार्टी या नेता की सोच को जानना हो तो सात निश्चय को समझें। आज इसकी बदौलत बिहार में हर तबके को विकास की धारा मिल रही है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य की सरकार पूरे पांच साल चलेगी और हमारे नेता का जो सपना है बिहार को विकसित प्रदेश बनाने का वो जरूर पूरा होगा।
प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी सिंह का स्वागत करते हुए कहा कि जदयू संगठन को सींचने वाले श्री आरसीपी सिंह का केन्द्रीय मंत्री के रूप में स्वागत करते हुए हम सभी स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। इसके लिए हम सभी उन्हें बधाई देते हैं और मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार प्रकट करते हैं। हमें पूरा विश्वास है कि आरसीपी सिंह केन्द्रीय मंत्री के रूप में कीर्तिमान स्थापित करेंगे और हम सबका और बिहार का गौरव बढ़ाएंगे।