कोरोना कहर के बीच आखिर प्रेस कांफ्रेंस पर क्यों नहीं लगता रोक। कॉन्फ्रेंस में मंत्री के सामने उड़ता है सोशल डिस्टेंस का मजाक

पटना ( द न्यूज़)। कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर सारे एक्सपर्ट ने सतर्क रहने का निर्देश दिया है। सोशल डिस्टेंसिग कोरोना से बचने का मूलमंत्र है। ऐसे में आखिर राजनीतिक दल या नेता प्रेस कांफ्रेंस कर क्यों पत्रकारों के बीच कोरोना फैलने का न्योता दे रहे हैं। प्रेस कांफ्रेंस में अच्छी खासी भीड़ काग जाती है। फ़ोटो जॉर्नलिस्ट में फ़ोटो लेने की होड़ लगी रहती है। न्यूस्पोर्टल के पत्रकार भी अपने मोबाइल फोन से खबरे लवन के लिए बेचैन रहते हैं। कोई सोशल डिस्टेंस मेंटेन नहीं करता। लिहाजा पत्रकारों के बीच कोरोना व्यापक रूप से नहीं फैल रहा है तो वह उनकी दयनीय स्थिति को देखते हुए मेहरबानी कर रहा है। आखिर ये नेता लोग क्यों नहीं रिलीज भेज कर पत्रकारों का ख्याल रखते हैं। सूचना है कि एक न्यूज चैनल के एक दो पत्रकार को छोड़कर सारे मीडियाकर्मी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। राजनीतिक दलों को अपनी चिंता है पर पत्रकारों की तनिक चिंता नहीं है।बड़े नेता आने घर मे रहकर वर्चुअल संबोधन कर रहे है और पत्रकाओं को अपना ठाट दिखाने के लिए कार्यालय बुला रहे हैं। पत्रकारों की कौन सुनेगा। प्रेस कांफ्रेंस पर तत्काल रोक लगनी चाहिए।

किसी खास दल ही प्रेस कांफ्रेंस नहीं बुला रहे हैं सभी दलों में प्रेस कांफ्रेंस की होड़ लगी है।