कोटा से बिहार के लिए रविवार को खुलेगी दो ट्रेनें। आने वाले सभी का पूरा ख्याल

पटना ( द न्यूज़)। आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व राज्य के नोडल पदाधिकारी प्रत्यय अमृत ने बताया कि रविवार को कोटा से दो ट्रेन छात्रों को लेकर एक बेगूसराय के लिए और एक गया के लिए चलेगी। साथ ही बेंगलुरु से भी कल दो ट्रेन दानापुर के लिए खुलेगी।गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, आंध्र प्रदेश से भी बात हो रही है औऱ जल्द ही प्रवासी श्रमिक एवं छात्र छात्राओं को वापस बुलाने के लिए आगे की कार्यवायी की जाएगी। बिहार के बाहर फंसे श्रमिकों एवं छात्र-छात्राएं जो वापस आना चाहते हैं वे 0612- 2294204, 0612-2294205 पर संपर्क कर अपनी जानकारी दें।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व राज्य के नोडल पदाधिकारी प्रत्यय अमृत ने मीडिया को संबोधित किया, साथ में सूचना जन-सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार भी जुड़े थे।
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के श्रमिकों एवं छात्रों को वापस बिहार लाने की दिशा में राज्य सरकार लगातार काम कर रही है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय के दिशानिर्देश का पालन करते हुए कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को विभिन्न राज्यों से संपर्क करने के लिए अलग अलग राज्यों के लिए नोडल पदाधिकारी बनाए गये हैं जिनका नंबर भी जारी किया गया है। उन नंबरों पर अगर काल रिसीव नहीं हुए हैं तो भी उनकी सूचना संग्रहित की जा चुकी है। मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की पहल से आज प्रवासी श्रमिकों को लेकर ट्रेन दानापुर पहुंची। प्रोटोकाल के मुताबिक उन सभी का स्क्रीनिंग करा कर उनके जिले में भेजा रहा है जहां उन्हें ब्लाक क्वारंटाईन सेंटर में रखा जाएगा। हर स्तर पर तैयारी पुख्ता की गई है। ट्रेन से उतरने के बाद स्क्रीनिंग की बात हो या जिले या प्रखंड तक भेजने की। प्रखंड स्तर पर क्वारंटाईन सेंटर में पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। प्रत्यय अमृत ने कहा कि देश के दूसरे राज्यों के जो छात्र-छात्राए, श्रमिक फंसे हैं वे यहां तैयार किए जा रहे एप पर अपना रजिस्ट्रेशन करा लें ताकि उनके राज्य वापस भेजने की कार्यवायी की जा सके। रविवार को कोटा से दो ट्रेन छात्रों को लेकर एक बेगूसराय के लिए और एक गया के लिए चलेगी। गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, आंध्र प्रदेश से भी बात हो रही है औऱ जल्द ही प्रवासी श्रमिक एवं छात्र छात्राओं को वापस बुलाने के लिए आगे की कार्यवायी की जाएगी।