पटना ( द न्यूज)। Bihar में कल यानी 6 अप्रैल को 12
ट्रेन आने वाली है। इस तरह करीब 15 हजार मजदूर आयेंगें। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सूचना जन-सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, पुलिस मुख्यालय से ए.डी.जी जितेन्द्र कुमार एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने मीडियाकर्मियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। सूचना जन-सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री कोरोना से उत्पन्न हालात के हर पहलूओं की लगातार समीक्षा कर रहे हैं और जरुरतमंद को हरसंभव मदद का लगातार निर्देश दे रहे हैं।
सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि आज मुख्यमंत्री ने दो विभागों की गहन समीक्षा की। कृषि, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की समीक्षा कर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि फरवरी एवं मार्च में आसमयिक बारिश एवं ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति के लिए कृषि इनपुट अनुदान 15 मई तक किसानों के खाते में भेज दिए जाएं।कृषि इनपुट अनुदान के लिए आवंटित 578 करोड़ 42 लाख की राशि के वितरण में तेजी लाई जाए। अप्रैल में हुई आसमयिक बारिश एवं ओलावृष्टि से हुए फसल नुकसान के सर्वेक्षण का काम पूरा हो चुका है, ऐसे किसानों के आवेदन की जाँच कर इस महीने के अंत तक भुगतान करने का भी निर्देश दिया गया। राशन कार्ड को लेकर भी गहन समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि वैसे राशनकार्डधारी जिनके खाते में अब तक 1000 रुपये की राशि नहीं भेजी गई है, उनके खाते में शीघ्र राशि भेजी जाए। अब तक 1 करोड़ 12 लाख राशनकार्डधारी परिवारों के खाते में 1000 रुपये की राशि भेज दी गई है। जिनके पास राशनकार्ड नहीं है, और उनका सर्वेक्षण किया जा चुका है, उनको जल्द राशनकार्ड एवं सहायता राशि दी जाए। वैसे राशनकार्डधारी जिनका बायोमेट्रिक आउथेंटिकेशन(Biometric authentification) में कोई समस्या आ रही हो उसका तुरंत समाधान किया जाए। जन वितरण प्रणाली से संबंधित शिकायतों पर कड़ी कार्यवायी की जाए।
सूचना एवं जन-सम्पर्क सचिव ने कहा कि आज दूसरे प्रदेशों से 12,800 प्रवासी श्रमिक, छात्र-छात्राएं, पर्यटक, श्रद्रालु 10 ट्रेनों से बिहार आ रहे हैं। बुधवार को दूसरे प्रदेशों से प्रवासी श्रमिको, छात्र-छात्राओं को लेकर 12 ट्रेनें बिहार आएंगी।
अनुपम कुमार ने कहा कि बिहार में 201 आपदा राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं जिसका लाभ 62 हजार 7 सौ 74 लोग उठा रहे हैं। पंचायत स्तर पर स्थित 1347 क्वारेंटाईन सेंटर में 13 हजार लोग आवासीत हैं, जिन्हें भोजन और चिकित्सीय सुविधा मुहैया करायी जा रही है। ब्लाक स्तर पर 2900 क्वारेंटाईन सेंटर में 14 हजार लोग आवासित हैं। लाँकडाउन के कारण बिहार के बाहर फंसे बिहार के 19 लाख 16 हजार आवेदकों के खाते में 1000 रूपये की राशि भेज दी गई है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिहार फाउंडेशन के जरिये बिहार के बाहर फंसे लोगों के लिए राहत केन्द्र चलाए जा रहे हैं जिससे 15 लाख 51 हजार लोग लाभान्वित हो रहे हैं।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जानकारी देते हुए एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने कहा कि लाँकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है और कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों में जो अवरोध पैदा कर रहा है उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।पिछले 24 घंटे में 19 एफआरआई दर्ज किए गए हैं, 38 गिरफ्तारियां हुई हैं और 1429 वाहन जब्त किए गए है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में अब तक कोरोना संक्रमण के 28791 जाँच किए जा चुके हैं, जिनमें से 529 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। यानी कुल जाँच का 1.3 फीसदी लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।पिछले 24 घंटे में 13 लोग ठीक हो चुके हैं, अब तक कुल 142 लोग कोरोना से स्वस्थ्य होकर घर जा चुके हैं। बिहार में कोरोना से 32 जिले प्रभावित हैं। डोर टू डोर स्क्रीनिंग के तहत अब तक 1 करोड़ 49 लाख 25 हजार घरों के और 8 करोड़ 20 लाख 24 हजार लोगों के सर्वेक्षण किए जा चुके हैं, जिनमें 3744 लोगों में बुखार, खाँसी एवं सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण पाए गए।