पटना। द न्यूज़ । केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बिहार को गंगा नदी पर 3000 करोड़ की लागत से एक नया पुल निर्माण का तोहफा दिया है। अगस्त माह में ही इसके लिए निविदा निकाल दी जाएगी। 1 अणे मार्ग स्थित नेक संवाद से वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में पटना स्थित गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के अप स्ट्रीम लेन के सुपर स्ट्रक्चर के प्रतिस्थापन का लोकार्पण केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन और राजमार्ग एवं सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रिमोट के माध्यम से किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा है कि केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन और राजमार्ग एवं सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम नितिन गडकरी जी को महात्मा गांधी सेतु के अप स्ट्रीम लेन के सुपर स्ट्रक्चर के लोकार्पण होने पर धन्यवाद देता हूं। इस पुल के ऊपरी हिस्से के निर्माण में जितनी तरह की समस्याओं और अनुभव से गुजरना पड़ा, उसके बारे में केंद्रीय मंत्री गडकरी जी ने विस्तार से बताया है। आज यह बहुत उपयोगी कार्य पूर्ण हुआ है। इस नए हिस्से के निर्माण से जब लोग गुजरेंगे तो उन्हें एक नई तरह की अनुभूति होगी। जैसा कि बताया गया है कि इसके दूसरे हिस्से का निर्माण कार्य भी डेढ़ वर्ष में पूर्ण हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के द्वारा घोषित पैकेज के तहत कई योजनाओं पर काम शुरु हुआ है और शेष पर काम शुरु किए जाने हैं, जिसके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि इस पैकेज के तहत कई पुलों और पथों का निर्माण केंद्र सरकार के द्वारा किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विक्रमशिला सेतु के समानान्तर फोर लेन ब्रिज का कार्य प्रारंभ की प्रक्रिया शुरु की गई है, इसके लिए बधाई देता हूं। बक्सर से वाराणसी को सीधे फोर लेन द्वारा जोड़ा जाए, इससे वाराणसी तक का आवागमन आसान हो जाएगा। मोकामा से लखीसराय होते हुए मुंगेर तक एन0एच0-80 दो लेन का है इसे भी फोर लेन में परिणत किया जाए। मुजफ्फरपुर से बरौनी एन0एच0-28 को भी फोर लेन में परिणत किया जाए। खगड़िया से पूर्णिया तक को फोर लेन किया जाए। बिहार सरकार द्वारा सुल्तानगंज से आगवानी घाट तक पुल का निर्माण पूर्ण होने से इस पथ पर आवागमन आसान होगा। मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी-सोनवर्षा एन0एच0-77 को भी फोर लेन में परिणत किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण इस पुल का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का हमलोग पूरी तरह से पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग की काफी संभावनाएं हैं। राज्य सरकार ने उद्योग नीति में परिवर्तन किया है। हमलोगों का उद्देश्य है कि मजबूरी में रोजगार के लिए किसी को बिहार से बाहर न जाना पड़े। राज्य की जनसंख्या घनत्व 1100 से अधिक है, जो कि राष्ट्रीय औसत से काफी ज्यादा है। राज्य का पिछले 10 वर्ष से विकास दर दहाई अंक में है। लोगों की व्यक्तिगत आय में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में राज्य का फर्टिलिटी रेट 4.3 था, जो अब घटकर 3.2 हो गया है। राज्य में जनसंख्या नियंत्रण के लिए लड़कियों को शिक्षित करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग के लिए और फंड की गुंजाईश की जाए, जिससे बिहार को काफी फायदा होगा। सड़क, पुल का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग में और कार्य किए जाएंगे तो बिहार की और तरक्की होगी।
कार्यक्रम को केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन और राजमार्ग एवं सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण रामविलास पासवान, केंद्रीय मंत्री विधि एवं न्याय, संचार, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रद्यौगिकी श्री रविशंकर प्रसाद, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय राज्य मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय जनरल (डॉ0) वी0के0 सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चैबे, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय, बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, डी0जी0 सह विशेष सचिव सड़क, परिवहन और राजमार्ग, भारत सरकार आई0के0 पांडेय, अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण विभाग, बिहार सरकार अमृत लाल मीणा ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम के दौरान महात्मा गांधी सेतु के अप स्ट्रीम लेन के सुपर स्ट्रक्चर पुल से संबंधित एक लघु फिल्म भी दिखायी गई।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सांसद राजीव प्रताप रुढ़ी, सांसद रामकृपाल यादव, सांसद श्रीमती वीणा देवी, सांसद पशुपति कुमार पारस अन्य सांसद, विधायकगण सहित अन्य वरीय पदाधिकारी भी उपस्थित थे।