ज्योतिषाचार्य मृणाल ने एमपी व छत्तीसगढ़ में बना दी कांग्रेस की सरकार जबकि राजस्थान में भाजपा लहराएगी भगवा

पटना । द न्यूज़। अब तक सभी ज्योतिष गणना की सफल भविष्यवानी करने वाले मृणाल मयंक ने मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने का दावा ठोक दिया है जबकि उन्होंने राजस्थान में भाजपा की सरकार बनने की भविष्यवाणी कर दी है।

बता दें कि ज्योतिषाचार्य मृणाल मयंक की भविष्यवाणी हमेशा सत्य साबित हुई। सारण के रहने वाले व फिलहाल दिल्ली में ज्योतिष के क्षेत्र में प्रसिद्धि प्राप्त कर रहे मृणाल मयंक उर्फ़ पंकज त्रिपाठी ने इसके पहले उत्तरप्रदेश में चुनाव में चार महीने पहले हि भविष्यवानी कर दी थी कि योगी की जोरदार तरीके से वापसी होगी।

उन्होंने अंक ज्योतिष समेत तमाम ग्रह नक्षत्रों की गणना कर अनुमान लगाया था कि उत्तरप्रदेश की कुल 403 सीटों में से भाजपा को 250 से 275 अवश्य मिलेंगीं। उत्तर प्रदेश में भाजपा का रिजल्ट भी कुछ इस तरह ही रहा। मृणाल मयंक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हाथ देखकर बताया था कि उनका शनि काफी मजबूत है और शनि ही उन्हें दोबारा सीएम की कुर्सी पर बिठायेगा।
इसके पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मामले में भी मृणाल मयंक की भविष्यावाणी सटीक साबित हुई थी। मृणाल मयंक का कहना है कि उन्होंने वर्ष 2014 में भविष्यवाणी कर दी थी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी होंगे। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने नरेन्द्र मोदी के दोबारा पीएम बनने भविष्यवाणी की थी। जब दिल्ली में परिस्थितियां आम आदमी पार्टी के प्रतिकूल थीं उससमय मृणाल मयंक ने अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने भविष्यवाणी कर दी थी। मृणाल मयंक की सटीक अंक ज्योतिष के कारण उनकी पहचान राजनीतिक दलों के साथ ब्यूरोक्रेट्स में बढ़ती जा रही है।

ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार उखाड़ने के लिए केंद्र का पूरा तंत्र जुट गया था। भाजपा ने अपने देश भर के क्षत्रपों को पश्चिम बंगाल कुच कर दिया । खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 12 जनसभाएं हुयी जबकि ममता ने अकेले खडग लेकर समस्त विरोधियों से मोर्चा ली और प्रबल राजयोग के कारण सबको प्रस्त किया। राजनीति के आईने में सच्चाई भी यही है। यदि भारतीय ज्योतिष व यहां के ज्योतिषों की राय मानी जाए तो ममता बनर्जी को 18 वर्ष का जन्म से ही राजयोग है और इस परिस्थितियों में ममता को कोई भी ताकत सत्ता से नहीं हटा सकती।