अनंत सिंह के ट्रांजिट रिमांड के लिए बिहार पुलिस दिल्ली रवाना। लिपी सिंह दिल्ली गईं
द न्यूज़। देश में नया ट्रेंड शुरू हो गया है। यदि किसी मामले में फंसिए तो पहले भागिए। वकील से मिलिए। अपने बचाव का तरीका निकालिये। भोग विलास कीजिये और फिर पसंद का जगह और कोर्ट चुनकर सरेंडर कर दीजिए। मोकामा के बाहुबली विधायक को ये प्लान सूट किया और इन्होंने बिहार से भागकर दिल्ली के साकेत कोर्ट में सरेंडर कर दिया। आरोप है इनके घर से एके 47 और हैंड ग्रेनेड मिला है।
अपराधी या आरोपी बचने के लिए दूसरा तरीका यह निकल रहे कि जनता और बैंकों को लूटकर विदेश भाग जा रहे हैं। विजय मालया और मेहुल चौकसी ने यही किया। पी चिदंबरम ने भी एक दो दिन तक लुका छिपी खिलाया। तीसरा तरीका यह अपनाया जा रहा है कि वारंट जारी होने के बाद देश व प्रदेश के एक इलाके से दूसरे इलाके में फ़िरंट बन जाएं। कुछ टुच्चे किश्म के अपराधी तो अपने इलाके व अपने थाने के आसपास ही घूमते हैं पर पुलिस पल्ला झाड़ लेती है कि उसके पास संसाधन नहीं है, क्या करें। यही लोकतंत्र है। जनता के बीच यह परसेप्शन बनता जा रहा है कि कानून गरीबों के लिए है। अमीर व प्रभावशाली लोग बचने का तरीका ढूंढ ही ले रहे हैं। अनंत सिंह के घर से जैसे ही हथियार मिले यदि पुलिस मुस्तैदी दिखाती तो कुछ काम बन सकती थी।