पटना ( द न्यूज़)। गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह गुजर गए। आम आदमी की तरह खुले आसमान में स्ट्रेचर पर पड़ा वशिष्ठ नारायण सिंह का मृत शरीर सरकारी असपताल का पोल खोल रहा था। मर जाने के बाद मंत्री, नेताओं ने प्रेस रिलीस भेजकर आंसू बहाए।
वो दिन आप भी स्मरण करें। अस्पताल के बाहर स्ट्रेचर पर आपका भी मृत शरीर होस्पिटल के बाहर पड़ा होगा। आपके परिजन एम्बुलेंस का इंतजार कर रहे होंगे। अभी हाल ही में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सभी जिलों के लिए एम्बुलेंस रवाना किये। कहाँ है सभी एम्बुलेंस। पूरी सरकार नहीं तो कम से मंगल पांडेय को अस्पताल की दुर्दशा के लिए माफी मांगनी चाहिए।