कोरोना से ‘खेलनेवाला’ कभी कोरोना पॉजीटिव नहीं हुआ। मिलिए बिहार के इस सख्त चंद्रशेखर से

पटना। द न्यूज़। (विद्रोही)। आपको आश्चर्य होगा कि एक सख्त रोज कोरोना को अपने हथेली पर लेकर आता है पर वह कभी कोरोना से संक्रमित नहीं हुआ। देश में डेढ़ लाख से अधिक लोग कोरोना या कोविड-19 से अब तक मर चुके हैं और यह सिलसिला करीब एक साल बीत जाने के बाद भी जारी है। किंतु इस दुखद गिनती के बीच एक सुखद बिंदु यह भी है कि एक सख्त हजारों कोरोना रोगियों के बीच रहा। पिछले 10 महीनों में घर-घर जाकर हजारों लोगों की जांच किया। इनमें करीब 5 हजार से अधिक लोग कोरोना पॉजिटिव निकले पर वह सख्त कभी कोरोना पॉजिटिव नहीं हुआ। बिहार के उस लैब असिस्टेंट का नाम चंद्रशेखर कुमार है।

                 चंद्रशेखर कुमार। फोटो कॉपी राइट

चंद्रशेखर का कहना है कि जांच के लिए वह सुबह ही घर से निकल जाते थे। एक दिन में कभी कभी 20-25 लोगों का जांच करना पड़ता था। ये सारे वीआईपी हैं। आईएएस, आईपीएस व वरिष्ठ पदाधिकारी हैं। चंद्रशेखर बताते हैं कि कभी कभी जांच के दौरान उन्हें जलील होना पड़ता था। मेरे जाते ही ऐसे बर्ताव होता जैसे मैं अछूत हूं। सोफा पर सफेद चादर बिछा दिया जाता था। दूरी मेंटेन की जाती थी, जबकि उनलोगों से हमें संक्रमण होने का डर था।  वे लोग खुद पॉजिटिव निकल जाते। वैसे हजारों पॉजिटिव का स्वैअब निकाला पर खुशनसीब रहा कि खुद पॉजिटिव नहीं हुआ। चंद्रशेखर जी अब वैक्सीन भी लगा चुके हैं। ज्ञात हो कि बिहार में सबसे पहले कोरोना मरीज का पता 18 मार्च 2020 को चला था 22 मार्च को मुंगेर के इस व्यक्ति की मृत्यु हो गयी थी। देश मे अबतक 20 करोड़ लोगों का कोरोना टेस्ट हो चुका है।