दोऊ हांथ उलीचिये, यही सयानो काम। गरीबों की सुनो…

पटना। द न्यूज़। परोपकार ऐसी पूंजी है जो कभी क्षय नहीं होता। इसकी खुशबू जीवन लीला समाप्त होने के बाद भी फैलती रहती है।भारतीय संस्कार का परोपकार मूलमंत्र है पर इस मंत्र को बहुत कम लोग सहेज कर रखे हैं। सीखना है तो यह मंत्र भाजपा नेता आरके सिन्हा से सीखिए। उनके पुत्र ऋतुराज सिन्हा से सीखिए। अच्छी बात को दिलेरी से रखने में कोई कंजूसी भी नहीं करनी चाहिए।भाजपा के संस्थापक सदस्य और पूर्व सांसद आर के सिन्हा और बिहार विधानपरिषद के सभापति माननीय अवधेश नारायण जी  ने आज पूर्व सांसद के आवास अन्नपूर्णा भवन में सैकड़ो जरूरतमंदों के बीच कम्बल वितरित किया ।श्री सिन्हा ने इस अवसर पर कहा कि पिछले कुछ दिनों से तापमान में लगातार गिरावट आने से राज्य में कड़ाके की सर्दी पड़ने लगी है इसलिये जरूरी है वैसे लोगो के बीच राहत का कार्य किया जाए जिन्हें जरूरत है। इसी कड़ी में लगातार मेरे द्वारा विभिन्न इलाकों में कम्बल वितरण का कार्य किया जा रहा है। मेरा यह हमेशा से प्रयास रहता है कि जरूरतमंदों की सेवा की जाए।

अवधेश नारायण ने कहा कि  श्री सिन्हा हर वर्ष जरूरतमंदों की सेवा करते आ रहे है ।चाहे सर्दी में कम्बल हो या कोरोना काल मे सुखा राशन हो या बाढ़ में त्रिपाल वितरण हो ,सिन्हा द्वारा लोगो के बीच राहत सामग्री वितरण करने का कार्य किया जाता रहा है। इनके इस सेवा भावना हम सभी को प्रेरित करने का काम करती है।कंबल वितरण में कार्यक्रम में श्रीमति रीता किशोर सिन्हा के साथ भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य संजय राय, रणबीर कुमार,राजीव रंजन यादव,दिलीप ठाकुर,महेंद्र पासवान,दीनदयाल पटेल,अमरजीत,अमित यादव,आकाश ,राजन ,इंद्रजीत ,उषा पटेल ,सतीश राजू  सहित भाजपा के दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।