पटना ( द न्यूज़)।सचिव, सूचना एवं जन-संपर्क अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति को लेकर लगातार समीक्षा की जा रही है और सरकार द्वारा सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है| लॉकडाउन लागू करने से संबंधित भ्रम व अफवाह पर स्थिति स्पष्ट करते हुए अनुपम कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के संबंध में बिहार में कोई नया निर्णय नहीं लिया गया है या कोई नया निर्देश नहीं दिया गया है| बिहार में गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 30 मई 2020 को जारी दिशा-निर्देश यथावत लागू है| केंद्र सरकार की गाइडलाइन को ही राज्य सरकार ने अपनाया है| बिहार में पूरे देश की तरह केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के आलोक में सिर्फ कंटेंमेंट जोन में ही लॉकडाउन किया गया है| कंटेंमेंट जोन का निर्धारण संबंधित जिला के जिलाधिकारी द्वारा जहाँ कोरोना के नये मामले सामने आते हैं, उसे ईपी-सेंटर मानते हुए वहां की भौगोलिक स्थिति एवं बसावट को ध्यान में रखते हुए किया जाता है| कंटेंमेंट जोन में सभी घरों की विशेष रूप से स्क्रीनिंग करायी जाती है| यह एक डायनमिक प्रोसेस है| जिस भी कंटेंमेंट जोन में अगर 28 दिनों तक कोरोना के कोई नये मामले सामने नहीं आते हैं तो उसे डिनोटीफाई कर दिया जाता है| अतः लॉकडाउन के संबंध में दिशा-निर्देश को लेकर लेकर किसी प्रकार की भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए|
अनुपम कुमार ने बताया कि आज की तिथि में ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर्स की संख्या 3,249 है इनमें 67 हजार 978 लोग आवासित हैं। ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर्स में अब तक 15 लाख 24 हजार 101 लोग आवासित हो चुके हैं। इनमे से 14 लाख 56 हजार 123 लोग क्वारंटाइन की निर्धारित अवधि पूरी कर अपने घर वापस जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि असामयिक वर्षापात और ओलावृष्टि के कारण फरवरी, मार्च और अप्रैल महीने में किसानों की जो फसल हुई है, उसके लिए कृषि इनपुट अनुदान के तहत तीन चरणों में 730 करोड़ रूपये की राशि निर्गत की गयी है| इसमें से अब तक 492 करोड़ रूपये की राशि 15 लाख 25 हजार किसानों के खाते में अंतरित की जा चुकी है, शेष किसानों के आवेदनों का निष्पादन तेजी से किया जा रहा है और जांचोपरांत यथाशीघ्र कृषि इनपुट अनुदान की राशि प्रभवित किसानों के खाते में भेज दी जायेगी| रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान है और सभी संबंधित विभाग रोजगार सृजन को लेकर किये जा रहे कार्यों की निरंतर गहराई से अनुश्रवण कर रहे हैं। लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 4 लाख 52 हजार से अधिक योजनाओं के अंतर्गत 5 करोड़ 97 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि अब तक कुल 1 लाख 13 हजार 225 सैंपल्स की जांच की गयी है और अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5,807 हो गयी है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 224 नये पॉजिटिव मामले सामने आये हैं। 24 घंटे में 152 लोग स्वस्थ हुए हैं। अब तक कुल 3,086 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर अपने घर वापस जा चुके हैं जो कुल संक्रमित व्यक्तियों का 53 प्रतिशत है। बिहार में अभी तक कोरोना संक्रमण के 2,686 एक्टिव मामले हैं। 3 मई के बाद बाहर से बिहार आने वाले लोगों में से 4,143 व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुयी है।
लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कंटेनमेंट जोन का निर्धारण जिला मजिस्ट्रेट को करना है। कंटेनमेंट एरिया में अगर 28 दिनों तक कोई नया केस सामने नहीं आता है तो उस एरिया को डीनोटिफाई कर दिया जाता है। अभी तक 34 कंटेनमेंट जोन को डीनोटिफाई किया जा चुका है। अरवल जिले में 6, बेगूसराय में 4, भागलपुर में 2, भोजपुर में 4, लखीसराय में 4, मधेपुरा में 2, मुंगेर में 1, नवादा में 2, पूर्णिया में 1, शिवहर में 1 और सिवान में 7 कंटेनमेंट जोन को डीनोटिफाई किया जा चुका है। आज की तिथि में 325 कंटेनमेंट जोन अलग-अलग जिलों में हैं। कंटेनमेंट जोन में हर घर का सर्वेक्षण करके उस पर निगरानी रखी जाती है।
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय श्री जितेन्द्र कुमार ने बताया कि 1 जून 2020 से गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गयी नई गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है। 1 जून से अब तक कुल 19 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी है और 39 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुयी हैं। 9,166 वाहन जब्त किये गये हैं। इससे कुल 2 करोड़ 46 लाख रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। पिछले 24 घंटे में अवरोध पैदा करने के कारण 956 वाहन जब्त किये गये हैं और 22 लाख 61 हजार 500 रूपये जुर्माने के रूप में वसूल किये गये हैं। कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नई दिशा निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 93 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए थें, इनमे से 71 पुलिसकर्मी पूर्ण रूप से स्वस्थ हो चुके हैं| शेष संक्रमित पुलिसकर्मी रिकवरी के प्रोसेस में हैं|