यूपी पुलिस के बेलगाम अधिकारी को कौन नाथेगा! शाह के समर्थक की हो रही हत्या

पटना। द न्यूज़। आखिर यूपी पुलिस के बेलगाम अधिकारी को कौन थामेगा। निर्दोष लोगों के हत्यारे पुलिस कर्मी को कौन सजा देगा। किसके इशारे पर हो रहा नंगा नाच। बहरहाल भाजपा को अमित शाह पर नाज है। कई सरकारें बनाने में शाह की अहम भूमिका है। उत्तरप्रदेश हो या मध्यप्रदेश या बिहार की पिछली सरकार सबको खड़ा करने में शाह की धाक रही है। उधर केंद्र में गृह मंत्री सरकार संभालने में मगन हैं और इधर यूपी व बिहार में उनके समाज वणिक वर्ग के प्रबुद्ध लोगों की बेमतलब हत्या हो रही है। भाजपा का वोट बैंक माने जाने वाले इन व्यवसायियों की मौत पर सन्नाटा है। गोरखपुर में पिछले दिनों मनीष गुप्ता को होटल में घेरकर मार दिया गया। पहले मुस्लिम समुदाय के लोग इस तरह शिकार होते थे किंतु यूपी पुलिस के कुछ पोशुआ तंत्र को इस तरह छूट दी गयी कि वह अब शाह के समर्थकों को भी मुठभेड़ में गिराने लगा है। गोरखपुर के बदनाम पुलिस अधिकारी जगत नारायण सिंह के माथे मनीष गुप्ता की हत्या करने का आरोप लगा है। विकास दुबे ने पुलिस की हत्या कर फरार हो गया था। अब मनीष गुप्ता मामले में जगत नारायण सिंह फरार है। अंजाम क्या होगा!
पूरा अखबार जगत के कारनामे से रंगा है पर मनीष के हत्यारे पकड़े नहीं गए। अमित शाह की पुलिस यूपी पुलिस के सामने सरेंडर कर दी। इधर बिहार की राजधानी पटना में कल दिन दहाड़े शीश व्यवसायी राजीव जायसवाल को अपराधियों ने काट दिया। अपराधी पकड़े नहीं गए। भाजपा इसी तरह जोड़ जोड़ कर सरकार बनाने में जुटी रही और उसके समर्थक मारे जाते रहेंगे तो मौजूदा राजपाट ढहने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। यूपी में पत्रकारों की हत्या के लिए पहले ही योगी सरकार की किरकिरी हो चुकी है। सबका साथ सबका विकास के साथ सबको न्याय भी चाहिए। देश की संपत्तियां बेचने के लिए कई कमेटियां बनी है पर हत्या रोकने के के लिए कोई मोनिटरिंग सेल का गठन नहीं हुआ है। बिहार में जंगल राज खात्मे के नारा देने वाली मौजूदा सरकार को भी हत्या रोकने पर मंथन करने की जरूरत है।