बिहार में कोरोना के 176 मरीज। अब तो हल्ला बोल बिहार। विद्यार्थियों के खाते में गयी 3102 करोड़।

अनुपम कुमार

पटना ( द न्यूज़)। नई परिस्थितियों में बिहार को अब अधिक सतर्क होने कि जरूरत है। 23 अप्रैल की तारीख में यहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 170 हो गयी थी। लेकिन अभी अभी स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार के मुताबिक प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या 176 हो गयी है। यानी कि 24 अप्रैल 2020 की सुबह 10 बजे तक बिहार में 176 कोरोना के संक्रमित रोगी हो गए हैं। लिहाजा सभी बिहारवासियों को अब कोरोना के खिलाफ हल्ला बोलना होगा। उधर बिहार सरकार अपने फ्रंट पर आवश्यक कदम उठा रही है और जरूरतमंद लोगों को हर संभव सहायता कर रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर कल यानी 23 को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार, सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचन्द्र डु ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर किये जा रहे कार्यों के साथ-साथ अद्यतन स्थिति पर मीडियाकर्मियों के साथ संवाद कर जानकारी दी।सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमण के कारण उत्पन्न वर्तमान स्थिति पर मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय समीक्षा की है। मुख्य सचिव के स्तर पर भी क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की भी नियमित बैठक हो रही है। आज की बैठक में मुख्यमंत्री ने विशेष तौर पर निर्देश दिया है कि कोरोना संक्रमितों का पता लगाने के लिये पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर चलाये जा रहे डोर टू डोर स्क्रीनिंग का दायरा बढ़ाया जाय। साथ ही उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिये किये जा रहे चिकित्सकीय कार्य के अलावा अन्य बीमारियों के इलाज के लिये ओ0पी0डी0 व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाय। सरकार परिस्थिति पर पैनी नजर बनाये हुये है और सभी आवश्यक कदम उठा रही है। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 148 हुयी है।सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा मार्च माह तक सभी छात्र-छात्राओं को शिक्षा विभाग द्वारा देय छात्रवृति का भुगतान 1 करोड़ 8 लाख छात्र-छात्राओं के खाते में 3,102 करोड़ रूपये की राशि अंतरित कर दी गयी है। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि बिहार के सभी प्रकार के पेंशनधारियों (मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन, दिव्यांग पेंशन, विधवा पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन) को 3 माह का अग्रिम भुगतान करने का निर्णय मुख्यमंत्री के निर्देश पर लिया गया था, जिसके तहत 84 लाख 76 हजार पेंशनधारियों के खाते में 1,017 करोड़ रूपये की राषि अंतरित कर दी गयी है। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आने वाले बच्चों के लिये दूध के लिये ड्राई मिल्क पाउडर पैकेट देने का निर्णय लिया गया था, जिसके तहत 1 लाख 7 हजार आँगनबाड़ी केन्द्रों पर 48 लाख परिवार के लिये प्रतिमाह दो पैकेट के हिसाब से दो माह का 96 लाख ड्राई मिल्क पाउडर प्रदान किया गया है। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि फरवरी-मार्च में वर्षापात/ओलावृष्टि के कारण हुयी फसल क्षति से राहत दिलाने के लिये मुख्यमंत्री के निर्देश पर किसानों को कृषि इनपुट अनुदान के रूप में पहले 60 करोड़ और बाद में 518 करोड़ रूपये की स्वीकृति दी गयी। कृषि इनपुट अनुदान का लाभ लेने के लिये 25 लाख किसानों ने आवेदन किया, जिसमें से साढ़े सात लाख किसानों के आवेदन की जाॅच की जा चुकी है। उनमें से 35 हजार किसानों के खाते में 12 करोड़ रूपये की राशि अंतरित की जा चुकी है। शेष किसान के खाते में जाॅचोपरांत जल्द ही राशि अंतरित कर दी जायेगी। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि लोगों को हर स्तर पर राहत देने के लिये कई कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपदा राहत केन्द्रों की संख्या बढ़ायी गयी है और अब इनकी संख्या 199 हो गयी है। पहले से अधिक संख्या में लोग आपदा राहत केन्द्र पर लाभान्वित हो रहे हैं और उनकी संख्या लगभग 63,169 हजार हो गयी है। क्वारंटाइन केन्द्रों की संख्या अब कम हो रही है क्योंकि जिनका क्वारंटाइन समय पूर्ण हो रहा है, वे लोग घर जा रहे हैं। अब स्कूल (पंचायत) स्तर पर 1,020 क्वारंटाइन केन्द्र कार्यरत हैं, जिसमें 8,743 लोग रह रहे हैं। इन सभी लोगों को गुणवत्तापूर्ण भोजन, आवासन एवं चिकित्सकीय जाॅच की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि बिहार के लोग जो बाहर फॅसे हुये हैं, वे लोग मुख्यमंत्री सचिवालय, आपदा प्रबंधन विभाग एवं बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय में फोन कर अपनी समस्यायें बता रहे हैं। प्राप्त फोन पर अधिकारी रोजाना लोगों से फीडबैक प्राप्त कर रहे हैं और उसके आधार पर लोगों की समस्याओं का संबंधित राज्य सरकारों से तथा जिला प्रशासन से समन्वय कर समस्या का समाधान किया जा रहा है। अब तक 91,640 काॅल/मैसेज प्राप्त हुये हैं। जिनमें 12 लाख 45 हजार लोग सम्मिलित हैं। उनसे फीडबैक लेकर उनकी परेशानियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। लाॅकडाउन के कारण बिहार के जो लोग बिहार के बाहर अन्य राज्यों में फॅसे हुये हैं, उन्हें प्रति व्यक्ति 1,000 रूपये की राषि मुख्यमंत्री विशेष सहायता के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से दी जा रही है।

सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि राज्य के बाहर लाॅकडाउन में फॅसे बिहार के मजदूरों एवं  व्यक्तियों के लिये सहायता राषि के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता अन्तर्गत 1,000 रूपये की दर से राशि दी जा रही है। अब तक 20 लाख 81 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुये हैं, जिसमें 12 लाख 78 हजार राज्य के बाहर रह रहे बिहार के लोगों के खाते में राषि अंतरित की गयी है। शेष आवेदनों को शीघ्र निष्पादन कर राशि अंतरित की जा रही है। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि बिहार फाउण्डेशन के माध्यम से देश के 9 राज्यों के 12 शहरों में 55 राहत केन्द्र भी चलाये जा रहे हैं, जहाॅ पर लोगों को भोजन तथा राशन सामग्री भी दी जा रही है। अब तक 10 लाख 44 हजार लोग इसका लाभ उठा चुके हैं। उन्होंने बताया कि सरकार लोगों की हरसंभव मदद कर रही है।

पिछले 24 घंटे में कोरोना के 12 पाॅजिटिव मामले आये हैं और अब कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या 148 हो गयी है। लेकिन 23 तारीख की देर शाम कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 170 हो गयी। यानी 24 घंटे में 34 मामले आये।कोरोना संक्रमण से अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 44 लोग स्वस्थ हुये हैं। कोरोना संक्रमण से प्रभावित 17 जिलों में सीवान के 29, बेगूसराय के 9, मुॅगेर के 31, पटना के 16, गया के 5, गोपालगंज के 3, नवादा के 3, नालंदा के 31, सारण के 1, लखीसराय के 1, भागलपुर के 5, वैषाली के 1, बक्सर के 8, भोजपुर के 1, रोहतास के 2, पूर्वी चम्पारण के 1 एवं बाॅका के 1 मामले हैं। पूर्वी चम्पारण का जो एक मामला आया है, वह उस जिले का निवासी है लेकिन वह बाहर से आया है और शिवहर अस्पताल में जाॅच के दौरान संक्रमित पाया गया है। उसी तरह जो बाॅका जिला का केस आया है, वह बाॅका जिले का निवासी है। वह बाहर से आया है और भागलपुर में जाॅच के उपरांत कोरोना पाॅजिटिव पाया गया है। अब तक कुल 13,785 सैंपल्स की जाॅच दी जा चुकी है। कोरोना की जाॅच के लिये छह लैब काम कर रही है और इससे जाॅच में तेजी आयी है। राज्य में अब तक 30 प्रतिशत कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर अपने घर वापस लौट चुके हैं। राज्य के तीन अस्पतालों- एन0एम0सी0एच0 पटना, ए0एन0एम0सी0एच0 गया, भागलपुर के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय को कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है। विभिन्न जिलों में कोविड केयर सेंटर के रूप में भी आइसोलेषन वार्ड की संख्या बढ़ायी गयी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 302 क्वारंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हित किये गये हैं, जिसमें होटल सहित अन्य स्थल भी शामिल हैं। क्वारंटाइन केन्द्रों में 6,993 कमरे चिन्हित किये गये हैं। अब तक क्वारंटाइन केन्द्रों में आवासित लोगों की संख्या 768 है। पंचायत स्तर पर विद्यालयों में बनाये गये क्वारंटाइन सेंटर में चिकित्सकीय दल नियुक्त हैं और उनकी जाॅच की जा रही है। आइसोलेशन सेंटर में मरीजों की संख्या 102 है। कोरोना प्रभावित जिलों की डोर टू डोर स्क्रीनिंग करायी जा रही है। विदेश से बिहार में कोई भी व्यक्ति आया है, उस गाॅव का भी पूरा सर्वेक्षण कराया जा रहा है। अब तक निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार कुल 65 लाख 61 हजार घरों का सर्वेक्षण कराया जा चुका है। उनमें से 2,254 लोगों में सामान्य सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण पाये गये हैं लेकिन यह आवश्यक नहीं कि वे कोरोना संक्रमित हों। इनमें 1,804 लोगों का सैंपल लिया जा चुका है।

अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि लाॅकडाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। अब तक कुल 1,408 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी है और 1,279 लोगों की गिरफ्तारियाॅ हुयी है। 37,889 वाहन जब्त किये गये हैं। अब तक इससे कुल 8 करोड़ 78 लाख रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। पिछले 24 घंटे में अवरोध पैदा करने के कारण 38 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी हैं और 18 लोगों की गिरफ्तारियाॅ हुयी हैं। 2,161 वाहन जब्त किये गये हैं और 51 लाख 6 हजार रूपये जुर्माना वसूला गया है। कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदम और लाॅकडाउन का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं।

आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव श्री रामचन्द्र डु ने बताया कि छात्रों को विशेष रूप से सहायता पहुॅचाने के लिये एक डेडिकेटेड हेल्पलाइन का नंबर जारी किया है। यह नंबर- 0612- 2294600 है। आपदा प्रबंधन विभाग की यह 24×7 सेवा है। इस पर छात्र-छात्राओं को कोई समस्या होती है तो तत्काल सूचना दे सकते हैं, उनकी हरसंभव सहायता की जायेगी।  

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