‘ वर्ल्ड टॉलरेंस समिट’ को संबोधित करेंगे गणितज्ञ आनंद कुमार। बिहार का बढ़ाया विश्व में गौरव

पटना ( द न्यूज़)। सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार दुबई में 13-14 नवम्बर को होने वाले ‘वर्ल्ड टॉलरेंस समिट’ को सम्बोधित करेंगे। इस तरह बिहारी मेधा का विश्व प्लेटफॉर्म पर डंका बजने जा रहा है।हाल ही में उनके जीवन पर बनी बायोपिक भारत में एक बड़ी हिट हुई है।

यूएई के प्रधान मंत्री और दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने सहिष्णुता को प्रोत्साहित करने के लिए इस वैश्विक पहल की शुरुआत की है ।उनका मानना है कि दुनिया में एक बेहतर जगह बनाने के लिए संघर्षों और हिंसा के बीच ऐसे आयोजनों की आवश्यकता है।

उल्लेखनीय है कि आनंद को गरीबी के खिलाफ शिक्षा का उपयोग करके सामाजिक परिवर्तन लाने के प्रयासों के माध्यम से एक मौन क्रांति में लाने के प्रयास को सूची में शामिल किया गया है।

चर्चित शिक्षण संस्थान सुपर 30 के संस्थापक आनन्द ने पिछले दो दशकों से समाज के वंचित वर्गों के प्रतिभाशाली छात्रों के लिए लगातार काम कर रहे है, जिससे देश-दुनिया मे उनकी पहचान बनी है।
हार्वर्ड, स्टैनफोर्ड, एमआईटी और अन्य स्थानों जैसे प्रसिद्ध संस्थानों में उनको व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया गया है। इस समिट ( सम्मेलन ) में चर्चित नेताओं के अलावे सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के प्रमुख व्यक्ति, दुनिया भर के शांतिदूतों और समाज मे आमूलचूल परिवर्तन करने वालों का जमावड़ा होता है।
सुपर 30 में निर्धन, प्रतिभाशाली छात्रों को निःशुल्क आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराई जाती है।
आनंद एक प्रक्रिया के तहत इन 30 छात्रों का चुनाव करते हैं और उन्हें मुफ्त में आवासीय सुविधा भी प्रदान करते हैं। सुपर 30 से सैकड़ों छात्र आईआईटी में प्रवेश पा चुके है।
सुपर 30 पर डिस्कवरी चैनल और जापान के NHK वृत्तचित्र बना चुके है तथा बॉलीवुड में ‘सुपर 30’ फ़िल्म बनी, जिसमे ऋतिक रोशन ने मुख्य भूमिका निभाई है.
आनंद ने गरीबी के कारण अपने स्वयं के संघर्ष से प्रेरणा लेकर इस संस्थान की थी। गरीबी के कारण आनन्द उच्च अध्ययन के लिए वे कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय नहीं जा सके थे।

इस समिट में अन्य वक्ताओं में रुस्तम नुरालियेविच मिनिकानोव, राष्ट्रपति, तातारस्तान गणराज्य, रुसी संघ शामिल हैं। यूरो न्यूज पेरिस के संवाददाता एनेलिस बोर्गेस; अनीता भाटिया, उप कार्यकारी निदेशक संयुक्त राष्ट्र महिला, अमेरिका; आसिफ सादिक, डायवर्सिटी, इंक्लूजन एंड बेलोंगिंग, द टेलीग्राफ, यूनाइटेड किंगडम के प्रमुख सम्मेलन में इस बात पर ध्यान दिया जाएगा कि विविधता में सहिष्णुता पर जागरूकता बढ़ाने के लिए शिक्षा और ज्ञान-साझाकरण कैसे शक्तिशाली उपकरण हो सकते हैं।
सम्मेलन सहिष्णुता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने और समाज के सामाजिक ताने-बाने पर इसके प्रभाव के मुद्दों पर विश्लेषण करेगा।

वर्ल्ड टॉलरेंस समिट इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर टॉलरेंस की मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम की एक पहल है।

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