आईएएस संजीव हंस पर बलात्कार का आरोप, नहीं हो रही एफआईआर

पटना। द न्यूज़। जब रक्षक ही भक्षक होने लगे तो आम जनता का क्या होगा।बिहार में इन दिनों अलग माहौल बन गया है। नौकरी मांगने वाले लाठी खा रहे हैं। शांति से व्यापार करने वाले आभूषण विक्रेता गोली खा रहे हैं। लूट का शिकार हो रहे हैं। जो ज्यादा कानून की बात कर रहा है उसे झूठे केस में फंसा दिया जा रहा है। कविता पाठ करने आई कवियत्री अनामिका जैन को बैरंग भगा दिया जा रहा है। शराब पीने वाले को अपराधी घोषित कर जेल में ठेल दिया जा रहा है। जो शिकायत लेकर थाने जा रहे हैं उनपर शराब पीने का केस थोक दिया जा रहा है। लेकिन पुलिस प्रशासन पर कोई असर नहीं। अवैध शराब का धंधा उनके लिए कामधेनु बन गया है। ज़हरीली शराब से एक दिन में दो दर्जन की मौत हो जा रही है। गायत्री यादव नाम की महिला अपने ऊपर बलात्कार का आरोप लगा करवाई के लिए दर दर भटक रही पर कोई कारवाई नहीं हो रही। प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गायत्री ने कहा कि बिहार सरकार में मौजूदा ऊर्जा सचिव संजीव हंस व पूर्व विधायक गुलाब यादव ने बलात्कार किया। उन्होंने यह भी कहा कि संजीव हंस से उन्हें पुत्र भी हुआ पर अब तक न्याय नहीं मिला।