बिहार में लाल शराब बरसा रहीं लाशें। सारण में जहरीली शराब से अबतक 20 की मौत। कई अस्पताल में तड़प रहे

छपरा/ सारण ( बिहार)। बिहार में अब लाल परी से लाशें बिछ रही हैं। अब लोग शराब पीकर नाचते नहीं बल्कि सीधे सुरधाम पहुंच रहे हैं। ये है जहरीली शराब का तांडव। सारण जिले के मशरख के आसपास में अब तक जहरीली शराब से 20 की मौत हो चुकी है। जिस कानून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जान बचाने के लिए लागू किया वही कानून अब गरीब लोगों की जान ले रही है। 20 से अधिक लोगों की मौत जहरीली शराब से हो चुकी है। शराब को लेकर आज विधानसभा में खूब बवाल हुआ। नीतीश व भाजपा सदस्यों के बीच तू तू मैं मैं हया। उधर संसद में स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रुडी ने संसद में जहरीली शराब से मौत का मामला उठाया। पूरे प्रदेश में शराब पुलिस की कमाई के साधन बन चुका है। शराब के झूठे केस में फंसने के मामले आ रहे हैं। थाने में यदि कोई अपनी शिकायत लेकर जा रहा है तो उसे शराब पीने के झूठे मामले में फंसाकर 4500 रुपये लिए जा रहे हैं। हर कोर्ट में भेंड़ बकरियों की तरह आम जनता को शराब पीने का हवाला देकर गिरफ्तार किया जा रहा है। आखिर जब मोहल्ले में शराब पीने से मौत हो रही है तो अधिकारियों पर कारवाई क्यों नहीं हो रही है। जनता गुलामी से बदतर जिंदगी व्यतीत कर रही है। हजारों लोग शराब के केस में जेल में बंद हैं। पड़ोसी प्रदेश में शराब अधिकृत है और बिहार में शराब पीने वाला अपराधी। एक ही देश मे जनता के साथ क्या यह न्याय है।