नई दिल्ली ( द न्यूज़)। आज पूरे देश मे शिक्षक दिवस की धूम है। यदि राजनीतिक गुरु की बात करें तो पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के असली गुरु थे। अटल जी ने बहुत कुछ नमो को सिखाया। अटल बिहारी वाजपेयी ने ही नमो को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया। उस समय नरेंद्र मोदी न तो विधायक थे। न एमपी थे और न ही कोई चुना हुआ प्रतिनिधि थे। वह पार्टी में सचिव ( मंत्री) हुआ करते थे। नरेंद्र मोदी से एक से बढ़कर एक नेता उस समय भाजपा में मौजूद थे। लेकिन जिस तरह रामकृष्ण परमहंस की नजर नरेंद्र ( विवेकानंद) पर पड़ी उसी तरह अटल जी की नजर नरेंद्र मोदी पर पड़ गयी और उन्होंने नमो को गुजरात का मुकुट पहना दिया। आज यदि नरेंद्र मोदी इस शोहरत की मुकाम पर पहुंचे हैं तो इसमें सबसे बड़ा योगदान अटल बिहारी वाजपेयी का ही है। अटल जी सही मायने में नमो के गुरु थे।
रूस के प्रधानमंत्री व्लादिमीर पुतिन ने कल दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हांथ मिलाकर कश्मीर मसले पर भारत का साथ दिया है। उन्होंने साफ कहा कि आंतरिक मामले में बाहरी हस्तक्षेप के खिलाफ हैं। लेकिन खास बात है कि वर्ष 2001 में तात्कालिक प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी डिप्लोमेटिक यात्रा के तहत रूस गए थे। उस समय वह अपने साथ प्रतिनिधिमंडल में तात्कालिक गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को साथ ले गए थे। ऊपर की तस्वीर में अटल जी साथ नमो दिख रहे है। शिक्षक दिवस पर ये फोटो पाठकों के लिए प्रेषित है।