अयांस को लेकर बिहार का भरोसा ‘कटघरे’ में। अब पूरे मामले की होगी जांच! कहीं ये फर्जीवाड़ा का नया तरीका तो नहीं?

पटना। अयांस की विचित्र बीमारी को लेकर पूरा बिहार भावुक हो गया था। जिसको जितना पड़ा दिल खोलकर मदद की। हालिया विधानसभा के मानसून सत्र में अयांस कई बीमारी का मामला उठा। विधायकों व सांसदों में अयांस को बचाने की होड़ मच गई। पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र के सांसद ने पीएम व बिहार के सीएम को पत्र लिखकर गुहार लगा दी। चूंकि मामला पटना से जुड़ा था इसलिए यहां जे सांसद व विधायक बिना वास्तविकता जाने कूद पड़े। इस विचित्र बीमारी के लिए 16 करोड़ के इंजेक्शन की जरूरत है। सारे लोग 16 करोड़ के इंतजाम में लग गए। देखते देखते 6 करोड़ से अधिक की राशि अयांस के परिजनों के खाते में चली गयी।

अब आता है अयांस की स्टोरी का कालापक्ष। अयांस के पिता अमित सिंह ने तो 16 करोड़ इकठ्ठा करने के लिए सारे दाव लगा दिए। एक पोर्टल तो अयांस के न्यूज़ खेलने की ठेकेदारी ले ली। लेकिन इसी बीच अयांस के पिता अमित सिंह धोखाधड़ी मामले में रांची जेल चला गया। इस आदमी पर आरोप है कि मर्चेन्ट नेवी में नौकरी दिलाने के नाम पर दलाली करता था। बिहार के बेरोजगार को ठगने का आरोप है। बिहार में लाखों लोगों के नौनिहालों की मृत्यु पैसे के अभाव में हो गयी है पर स्वाभिमानी लोगों ने मुंह नहीं खोली,किन्तु इस आदमी ने अपने पुत्र के नाम पर बड़े बड़े सख्स को भंजा लिया। इसके एकाउंट में 6 करोड़ से अधिक आ गए हैं। एक रिपोर्टर ने अमित सिंह के गांव पहुंचकर उसका चिट्ठा खोल दिया। पता चला ये अमित सिंह यादव समाज से आते है। एक वीडियो वायरल है जिसमें अमित एक रिपोर्टर को खुद कह रहा है कि हम यादव हैं और आप रिपोर्टर भी यादव हैं। यानी हमारे मामले को कुरेडिए मत। अयांस को लेकर कहीं बिहार को शर्मशार न होना पड़े। अयांस को लेकर पूरा मामला जांच जे कटघरे में है। विशेषज्ञ चिकित्सक दल से अयांस की बीमारी की जांच होनी चाहिए। कहीं कोई फर्जी डॉक्टर से मेडिकल रिपोर्ट तो तैयार नहीं की गई। यदि मामला झूठ साबित हो तो जिन लोगों ने मदद की उनका पैसा लौटाया जाए।