पटना ( द न्यूज़)। बिहार में फिलहाल 15 लाख से अधिक प्रवसी बिहारी क्वारेंटिंन केंद्रों में रह रहे हैं और अगले 2- 3 दिनों में 5 लाख से अधिक प्रवासी बाहर से आकर क्वारेंटिंन शिविर में रहने लगेंगें। हालांकि जैसे जैसे 21 दिन बीतता जाएगा लोग अपने अपने घर चले जायेंगे। 4 मई से प्रवासी बिहारियों का ट्रेन से बिहार आने का सिससिला शुरू हुआ है।मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सूचना जन-सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह,पुलिस मुख्यालय से ए.डी.जी जितेन्द्र कुमार एवं आपदा प्रबंधन विभाग के नोडल पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने मीडियाकर्मियों को कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन से उत्पन्न हालात के बाद सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
सूचना सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण की स्थिति एवं उससे उत्पन्न हालात को लेकर मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार लगातार समीक्षा कर रहे हैं एवं आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
सूचना सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव के साथ वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा है कि बिहार के बाहर जो भी लोग वापस आने के इच्छुक हैं, उन सभी लोगों को वापस बिहार लाया जाएगा। बड़ी संख्या में प्रवासी वापस आ रहे हैं। महाराष्ट्र से अब तक 130 ट्रेनों से 1 लाख 93 हजार 7 सौ 61 प्रवासी श्रमिक बिहार आ चुके हैं। इस महीने के 28 तारीख तक 24 और ट्रेनें प्रवासियों को लेकर महाराष्ट्र से बिहार आएगी। अब तक अलग अलग राज्यों से अब तक 1026 ट्रेनें 15 लाख 41 प्रवासियों को लेकर बिहार आ चुकी है। इसके अलावा अभी और 321 ट्रेनों से 5 लाख से ज्यादा लोगों के आने का अनुमान है। सरकार सभी इच्छुक प्रवासियों को वापस लाने के लिए लगातार काम कर रही है। मुख्य सचिव को कहा गया है कि सभी संबंधित राज्यों से समन्वय स्थापित कर यह स्पष्ट कर दें कि जितनी भी ट्रेनें वे भेजना चाहते हैं सभी ट्रेनों को बिहार में रिसीव किया जाएगा। सरकार चाहती है कि जल्द से जल्द सभी इच्छुक प्रवासी बिहार वापस आएं।
सूचना सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि जो भी प्रवासी वापस आए हैं और क्वारंटाईन सेंटर या होम क्वारंटाईन में हैं उन सभी का फोलो अप स्क्रीनिंग और दूसरे चरण का डोर टू डोर स्क्रीनिंग हो। जितना संभव हो ट्रैकिंग की जाए । टेस्टिंग क्षमता को 10,000 प्रतिदिन बढ़ाने का भी निर्देश दिया गया है।
सूचना सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि राशनकार्डविहीन परिवारों के राशन कार्ड बनाए जा रहे हैं। अब तक 10 लाख 5 हजार राशनकार्ड बनाए जा चुके हैं। फरबरी, मार्च, अप्रैल में आसमयिक बारिश एवं ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति के लिए किसानों को कृषि इनपुट अनुदान राशि दी जा रही है, जिससे किसानों को फौरी राहत मिल पाए। इसके लिए सरकार की तरफ से 730 करोड़ की राशि का प्रावधान पहले ही किया जा चुका है। अब तक 11 लाख 56 हजार किसानों के खाते में 402 करोड़ 75 लाख की राशि भेज दी गई है। लॉकडाउन में रोजगार सृजन सरकार की प्राथमिकता में ऊपर है। अब तक 3 करोड़ 46 लाख से अधिक मानव दिवस सृजित किए जा चुके हैं। ब्लाक स्तर पर 13971 क्वारेंटाईन सेंटर में 11 लाख 53 हजार 8 सौ लोग आवासित हैं।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जानकारी देते हुए एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर पिछले 24 घंटे में अब तक 9 एफआरआई दर्ज किए गए हैं, 8 गिरफ्तारियां हुई हैं और 570 वाहन जब्त किए गए है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में कोरोना पाजिटिव केस का आंकड़ा 2870 हो गया है। कोरोना से अब तक कुल 800 लोग स्वस्थ्य होकर घर जा चुके हैं। 3 मई के बाद आए प्रवासियों में 1900 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।