पटना। द न्यूज़। भाजपा ने आज पहली बार एनडीए में टूट का राज खोला। भाजपा ने साफ किया है है कि चिराग अधिक सीटों की मांग कर रहे थे जिसके कारण वार्ता टूट गई और चिराग खुद अलग हो गए। चुनाव मैदान में चिराग पासवान को लेकर वोटर में फैले भ्रम को देखते हुए भाजपा ने अटैक इज द बेस्ट फॉर्म ऑफ डिफेंस की रणनीति अख्तियार कर ली है। प्रथम चरण से लेकर दूसरे चरण तक के नामांकन तक भाजपा ने चिराग पासवान पर मोर्चा खोलने से परहेज किया जबकि लोजपा ने नीतीश कुमार को घेरने के लिए भजपा के बागी उम्मीदवारों को हथियार बनाया। फिर भी भाजपा ने रणनीति की तहत लोजपा पर सीधे वॉर करने से परहेज किया। जब जदयू से प्रेशर पड़ा तो भाजपा ने अपने 9 नेताओं को पार्टी से 6 वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया। लेकिन इससे हवा नहीं बदली। जदयू ने भी 15 नेता को निष्कासित किया, किन्तु ग्राउंड रिपोर्ट को देखते हुए भाजपा ने चिराग पासवान पर मोर्चा खोल दिया है। सुशील मोदी आज खुलकर चिराग के विरोध में आ गए हैं। मोदी ने कहा कि लोजपा वोट कटवा है। सीटों को लेकर लोजपा से वार्ता टूटी है।

उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लोजपा नेता के दावे को झूठा व बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि अमित शाह से टेलीफोन पर मेरी बातें हुई है, लोजपा नेता और श्री शाह के बीच चुनाव को लेकर कभी कोई बात नहीं हुई। सीटों की संख्या को लेकर विवाद था, भाजपा जितनी सीटें दे रही थी, लोजपा उससे काफी अधिक सीटें मांग रही थी, जिसके कारण वार्ता टूटी और लोजपा स्वयं निर्णय लेकर गठबंधन से अलग हुआ। जो पार्टी बिहार में एक सीट भी नहीं जीत सकती है, वह सरकार बनाने का दावा कर भ्रम फैला रही है। श्री मोदी ने कहा कि लोजपा नेता कहते हैं कि वह नीतीश कुमार को बिहार का सीएम नहीं बनने देंगे। इसका सीधा मतलब है कि वह पीएम मोदी और अमित शाह के निर्णय का विरोध कर बिहार में भाजपा की सरकार बनने देना नहीं चाहते हैं। आखिर यह कैसी राजनीति है कि एक तरफ तो पीएम मोदी की तारीफ करते हैं और दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा समर्थित नीतीश कुमार का विरोध करते हैं।श्री मोदी ने स्पष्ट किया कि लोजपा वोट कटवा है और उसका एक ही मकसद है कि बिहार में एनडीए की सरकार नहीं बने। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि बिहार में एनडीए की बहुमत की सरकार बनेगी। समझा जाता है कि जदयू भी कल से नए तेवर में आकर चिराग पर प्रहार करेगा।