बिहार में कोरोना से अबतक 62 की मौत। कोविड संक्रमण से मृत्यु दर 0.7 फीसदी

पटना ( द न्यूज़)। स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने आज बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना के 258 नये पॉजिटिव मामले सामने आये हैं, जबकि पिछले 24 घंटे में 226 लोग स्वस्थ हुए हैं। अब तक 7,156 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं। अभी बिहार के 38 जिलों में कोरोना संक्रमण के 1,897 एक्टिव मामले हैं। उन्होंने बताया कि बिहार का रिकवरी रेट 78.5 प्रतिशत है। ये राष्ट्रीय औसत से 20 प्रतिशत ज्यादा है। राष्टीय रिकवरी रेट 58.5 प्रतिशत है। बिहार में अब तक 2 लाख 5 हजार 832 सैंपल्स की जांच की गई है। जिसमें से अब तक 9,117 मामले पॉजिटिव मिले हैं। जो कि 4.42 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में संक्रमण की दर में कमी देखी गई है। कल 7,447 सैंपल्स की जांच की गई है। जिसमें से 226 सैंपल्स पॉजिटिव पाये गये जो कि 3.46 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि बिहार में 15 अप्रैल को 537 सैंपल्स की जांच की गई थी। जबकि 30 अप्रैल को 1,446 जांच की गई थी। 15 मई को 1695, 31 मई को 2353, 15 जून को 3,557, 25 जून को 7,906 जबकि 27 जून को 7,447 सैंपल्स की जांच की गई है। उन्होंने बताया कि अब काफी संख्या में सैंपल्स की जांच की जा रही है जिसके कारण पॉजिटिव केस ज्यादा आ रहे हैं, लेकिन संक्रमण की दर में कमी आई है। 31 मई को 2,353 सैंपल्स की जांच में 180 मामले पॉजिटिव आए थे और संक्रमण की दर 7.46 थी। जबकि आज संक्रमण की दर घटकर 3.46 हो गई है।
सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि अब तक कोविड 19 पॉजिटिव 62 लोगों की मृत्यु हुई है। बिहार में कोविड 19 संक्रमित लोगों की मृत्यु दर 0.7 प्रतिशत है। जबकि राष्ट्रीय औसत मृत्यु दर 3 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में कोविड 19 संक्रमित 4 व्यक्तियों की मौत की सूचना है। इनमें पटना के 78 वर्षीय व्यक्ति को कोविड 19 संक्रमण के अलावे अन्य बीमारियां भी थी। रोहतास के 40 वर्षीय व्यक्ति हाल के दिनों में सूरत से आए थे। इन्हें भी कोविड 19 संक्रमण के अलावा अन्य बीमारियां थी। 58 वर्षीय पुरुष नवादा जिले से हैं वो भी अन्य बीमारियों से ग्रस्त थे। 55 वर्षीय महिला की मृत्यु एम्स पटना में हुई है इनको भी कोविड 19 संक्रमण के अलावे कई प्रकार की गंभीर बीमारियां थी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग आज के दिनों में ज्यादा से ज्यादा जांच कराने, संक्रमित व्यक्तियों की पहचाने करने, उनको आईसोलेट करने और लोगों में इसको लेकर अवेयरनेस फैलाने के बिंदु पर काम कर रहा है।