मुम्बई में नियुक्त हैं, बिहार के दो दर्जन से अधिक IAS, IPS और उच्च अधिकारी। अब बॉलीवुड में ‘हॉरर’

मुंबई (विद्रोही/ द न्यूज़)। फ़िल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद मुम्बई में तैनात बिहार के रहने वाले दो दर्जन से अधिक आईएएस, आईपीएस व अन्य उच्च ओहदे पर बैठे अधिकारियों ने मामले को खंगालने के लिए सक्रियता बढ़ा दी हैं। बिहार के सभी अधिकारियों का एक ही मकसद है , यदि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के पीछे कोई राज है तो उसे फौरन उद्घाटित किया जाए। ज्ञात हो कि फिलहाल महाराष्ट्र सरकार के शीर्ष पद मुख्यसचिव की कुर्सी पर आसीन सख्त बिहार के ही रहने वाले हैं। नाम है संजय कुमार। हाल ही में संजय कुमार को महाराष्ट्र सरकार ने मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। जिस क्षेत्र में सुशांत सिंह राजपूत की मौत हुई उस इलाके के पुलिस कमिश्नर व वरिष्ठ आईपीएस पदाधिकारी का नाम भी संजय कुमार है। तेज तर्रार संजय कुमार भी बिहार के ही रहने वाले हैं। कुछ दिन पहले तक वह एडीजी क्राइम थे। साथ ही नवी मुंबई के क्राइम कंट्रोल भी उन्हीं के हाथ था। सीआइडी का प्रभार भी संजय कुमार के पास था। कहा जाता है वह उड़ती चिड़िया के रंग पहचानते हैं। फिलहाल बॉलीवुड में बिहारी अधिकारियों की लाल आंखों से हड़कंप मचा है। जो हीरो हैं अपने मांद में छिप गए हैं। बोलती बंद है। वहीं मधुकर पांडेय मुम्बई में ट्रैफिक पुलिस के जॉइंट कमिश्नर हैं। ये भी बिहारी हैं। आईपीएस अधिकारी देवेन भारती महाराष्ट्र सरकार में ATS चीफ हैं। बड़े बड़े अपराधी देवेन से थर खाते हैं। देवेन बिहार के ही रहनेवाले हैं। चिरंजीव प्रसाद महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पुलिस कमिश्नर हैं। ये भी बिहारी हैं। सुरेंद्र पांडेय के नाम से कैदी कांप उठते है। ये महाराष्ट्र में डीजीपी जेल हैं। ये भी बिहार के रहने वाले हैं। महाराष्ट्र सरकार के आर्थिक अपराध शाखा में प्रभात कुमार एडीजी हैं। आईएएस अधिकारी श्रीकांत सिंह मराष्ट्र के गृह विभाग में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी हैं। बिहार के रहने वाले अरविंद कुमार वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं। ये काफी तेजतर्रार हैं। फिलहाल महाराष्ट्र सरकार के ग्रामीण विकास विभाग में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी के पद पर आसीन हैं। इनमें कुछ पदाधिकारियों का रिश्ता झारखंड से हो गया है। इन आईएएस व आईपीएस अधिकारियों के अलावा कई प्रभावशाली पदों पर बिहार वासी मुम्बई में तैनात हैं।