पटना । द न्यूज़। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता के दरबार में हाजिर होकर लोगों की शिकायतें सुनीं। जनता दरबार में अररिया के फारबिसगंज से आए एक शख्स ने मुख्यमंत्री से सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार के संबंध में शिकायत करते हुए कहा कि गड़बड़ी उजागर करने के बाद स्थानीय मुखिया ने एक महादलित महिला से झूठा केस करा दिया है। वे लोग हमारी जान के दुश्मन बने हुए हैं, हमारी रक्षा कीजिए । मुख्यमंत्री ने गृह विभाग को इस पर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।हाजीपुर, वैशाली से आये एक युवक ने मुख्यमंत्री से कहा कि हमारे पिताजी की हाजीपुर जेल में हत्या कर दी गई। इसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जेल में हत्या की बात सुनकर मुख्यमंत्री भी चौंक गये और उन्होंने सीधे डीजीपी को इस मामले में समुचित कार्रवाई करने के निर्देश दिये।

वहीं हाजीपुर से आये एक दूसरे व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से कहा कि हमारी जमीन को भू-माफियाओं ने कब्जा कर लिया है। हमने तीन-तीन बार थाना में आवेदन दिया लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। उल्टे पुलिस ने हमारे बागीचा में लगे पेड़ों को भू-माफियाओं से मिलकर कटवा दिया। मुख्यमंत्री ने डीजीपी को इस पर • यथोचित कार्रवाई का निर्देश दिया।परिहार, सीतामढ़ी जिले से आये परिवादी ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि सीतामढ़ी जिले स्थित इंडो-नेपाल सीमा पर तस्करी कर भारत लाए जा रहे पशुओं को एस०एस०बी० ने जब्त कर थाना प्रभारी बेला को सौंपा दिया लेकिन थाना प्रभारी बेला ने पशुओं को बिक्री कर रुपए का गबन किया। वहीं वारिसनगर, समस्तीपुर जिले के शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा कि उनकी बहन का फोटो गलत ढंग से सोशल मीडिया पर प्रचारित किया गया है। इसको लेकर हमने थाना प्रभारी से शिकायत की मगर उन्होंने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। मुख्यमंत्री ने इन मामलों पर डी०जी०पी० को कार्रवाई करने का निर्देश दिया।लक्ष्मीपुर, जमुई जिले से आये एक परिवादी ने मुख्यमंत्री ने शिकायत करते हुए कहा कि उनकी 14 वर्षीय पुत्री का सितंबर 2020 में दबंगों ने अपहरण कर लिया। हर जगह शिकायत की, न मेरी बच्ची का पता चला और न ही अपराधियों पर कोई कार्रवाई हुई। वहीं सिंघवलिया, गोपालगंज की एक महिला ने सरकारी भूमि को दबंगों द्वारा अवैध रुप से कब्जाकरने के संबंध में अपनी शिकायत की। मुख्यमंत्री ने डीजीपी से जांचकर उचित कार्रवाई का निर्देश दिया।एक विधवा आंगनबाड़ी सेविका अपनी शिकायत लेकर पहुंची और उन्होंने बताया कि किस तरह अपराधी उसे लगातार परेशान कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि 4 साल पहले बदमाशों ने उसके पति की हत्या कर दी थी। इस मामले में कोर्ट का आर्डर हो गया लेकिन अब बदमाश उसे और उसके बेटे को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस पर गृह विभाग से जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।गुरारू, गया जिले के एक परिवादी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि हमारे पिता अगर नक्सली हैं तो उसकी सजा हमें क्यों दी जा रही है। उन्होंने कहा इसमें हमारा क्या दोष है। दरअसल युवक के पिता नक्सली हैं, इस वजह से दोनों भाइयों को प्राईवेट नौकरी से निकाल दिया गया है। कंपनी ने बताया कि आईबी और पुलिस की रिपोर्ट पर आपको नौकरी से निकाला जा रहा है। आगे उन्होंने बताया कि दोनों भाइयों को नौकरी से निकाले जाने के बाद हमारी मां डिप्रेशन में चली गई है। यह शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बात तो सही है कि पिता की सजा पुत्र को क्यों ? इसके बाद तुरंत मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से मामले की जांच करते हुए आगे कार्रवाई करने का निर्देश दिया।एक युवक ने शिकायत करते हुए कहा कि अपराधियों ने पहले हमारे पिताजी की हत्या कर दी। अब हमें जान से मारने की धमकी दे रहा। यह शिकायत सुन मुख्यमंत्री ने तुरंत डीजीपी को कहा कि युवक के पिता की हत्या हुई है लेकिन अपराधी अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ है। फिर से धमकी दे रहा है, इस पर शीघ्र कार्रवाई करें।बसंतपुर, सीवान के एक परिवादी ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि दबंगों ने पेट्रोल पंप खोलने हेतु उनकी जमीन को गलत तरीके से कब्जा कर लिया है और उल्टे उन्हें केस में फंसा दिया गया है। वहीं उजियारपुर, समस्तीपुर जिले की एक महिला ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि दहेज में मोटरसाइकिल की मांग पूरा नहीं होने पर उन्हें ससुराल वालों ने छोड़ दिया है। मुख्यमंत्री ने परिवादियों की शिकायत पर शीघ्र करने का संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया।जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत कुमार, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण समेत वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।