नई दिल्ली। विद्रोही। द न्यूज़। देश की जनता को बाइस्कोप दिखाया जा रहा है। ये है राजनीति का बड़ा खेल, जो आम जनता आसानी से नहीं समझ पाएगी। 15 जून को जब चीनी सैनिकों ने देश के 20 सैनिकों को शहीद कर दिया तो पूरा देश गुस्से से उबल रहा था। ये भी बातें सामने आई कि चीन हमारे क्षेत्र में घुस आया है। इस खबर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रोश फैला। बाद में प्रधानमंत्री ने बयान दिया कि कोई न हमारी सीमा में घुसा है न ही कोई एक इंच कब्जा किया है। इस बयान से देश की जनता राहत की सांस ली। अब विशेषज्ञों का कहना है कि जब घुसा नहीं तो फिर अब पीछे क्यों जा रहा है। चीन का मामला चल ही रहा था कि बाबा द्वारा कोरोना को शर्तिया ठीक करने की दवा ने विवाद खड़ा कर दिया। बाबा की भाड़ी फजीहत हुई। यह मामला कोर्ट कचहरी थाना पहुंचने वाला था। गिरफ्तारी की भी बात होने कएगी थी। राजस्थान ने बाबा को चुनौती दिया था। लेकिन बाबा की देश मे हैशियत है। यह मामला शांत हुआ नहीं कि यूपी में कुख्यात विकाश दुबे का मामले ने सभी मामले को हाई जैक कर लिया। विकास का जिस तरीके से एनकाउंटर किया गया उस पर पूरे देश ने उंगली उठाई। संविधान व कानून को ताक पर रखने का नंगा नाच हुआ। विपक्षी नेता ने खास जाति ब्राह्मणों व यादवों को चुन चुनकर एनकाउंटर करने का मामला उठाया। योगी सरकार जा त की निगाह में कटघरे में खड़ी दिखी। यूपी मामला चल ही रह था कि रिमोट से मामला राजस्थान की ओर डाइवर्ट कर दिया। वहां कांग्रेस उलझ गई। बाबा में ताकत है! इस तरह एक मामला से दूसरे मामला पर ध्यान भटका कर जनता को बाइस्कोप दिखाने का काम चल रहा है। और जब फिर कोरोना का मामला गरमाएगा तो फिर रिमोट काम आएगा।