हजारों मजदूरों के संकटमोचक बने आईआईटी के रिसर्च स्कॉलर


अबतक 1180 जरूरतमंत परिवारों को राहत सामग्री मुहैया करा चुके हैं ऋषि कांत की टीम
पटना (द न्यूज़))। आई आई टी दिल्ली की स्कॉलर टीम अबतक 1180 जरुरतमंद लोगों को राहत सामग्री मुहैया करा चुकी हैं । बेगुुुसराय स्कॉलर्स की भूमि रही हैं । अपनी मिट्टी से बहुत कुछ सीखने को मिला और विश्व प्रख्यात राष्ट्रकवि दिनकर जी की कविताओं से प्रेरित होकर बेगूसराय का गौरव बढ़ा रहा हूं। आई आई टी दिल्ली के रिसर्च स्कॉलर ऋषिकांत ने कहा यही समय हैं अपनी मातृभूमि के निः सहयों, दिव्यंगाजनों, रिक्शा चालकों, ठेला चालकों, दैनिक मजदूरों एब विधवा माताओं/ बहनों की सेवा करने का।

आई आई टी दिल्ली के रिसर्च  स्कॉलर ऋषिकांत ने कहा कि इस बैश्विक आपदा की घड़ी में यदि आप जरुरतमंदों की मदद करेंगे तो भगवान आपकी भी सुनेगे।

ऋषिकांत ने कहा कि अपने लिए तो सभी जीते हैं, कभी दूसरों के लिए जी लो यारो।

आई आई टी दिल्ली के रिसर्च स्कॉलर ऋषिकांत लगातार एक महीने से जरूरतमंद लोगों के बीच राशन सामग्री का वितरण कर रहे हैं।आज पूरा विश्व कोराना के संक्रमण से जूझ रहा है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी के साथ आज 130 करोड़ भारतीय खड़े हैं। हमलोगों का कर्तव्य है कि हम अपने प्रधानमंत्री जी का ढाढस बढ़ाएं और कोराना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे स्वास्थ्यकर्मी, मीडियाकर्मी, सफाईकर्मी, बैंकर्स, सेना, डाक कर्मी, पुलिस आदि का दिल से सम्मान करे।इस कार्य को गति देने में आई आई टी दिल्ली के रिसर्च स्कॉलर एवम अन्य साथियों जैसे , प्रो. रवि कुमार, प्रो. अनुराग,कविता पांडेय, स्वाति वार्ष्णेय, कृष्णा कांत, प्रो. नूर रिजवी, प्रो. आशीष ,प्रो. दीप श्री, शाक्षी नरूला , प्रो. सुमंत बिश्वास,गौरव जी, प्रो. शगुन, करण गोयल, प्रो. अमन, प्रो. विनीता कृष्णा, प्रो. समता जैन,आयशा ककर, पुलकित तिवारी, विकाश गुप्ता, आर्थी, प्रशांत सिन्हा, राजीव कुमार आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही Iऋषिकांत ने कहा कि मीडियाकर्मियों को भी 50 लाख का स्वास्थ्य बीमा लाभ दिया जाना चाहिए। क्यू कि समाज में मीडिया कि महत्वपूर्ण भूमिका हैं।आज हमलोग देश विदेशों की खबर घर बैठे जान लेते हैं। चूकि उस खबर के पीछे हमारे मीडिया बंधु दिन – रात लगे रहते हैं। अपनी जान की परवाह किए बिना अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं। चाहे चिलचिलाती धूप हो, आंधी हो, बारिश या ठंड का मौसम हो।आई आई टी दिल्ली के रिसर्च स्कॉलर ऋषिकांत अपने इन कर्मयोगी को दिल से सैल्यूट करते हैं।