पटना। द न्यूज़। भारत पूरे विश्व मे पीपीई किट निर्माण करने में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है जबकि एक समय यहां एक भी पीपीई किट नहीं बनता था। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि वर्ष 2020 में कोरोना महामारी की वजह से देश को नई चुनौतियों और समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिनकी किसी ने कभी कल्पना नहीं की थी. लेकिन प्रधानमन्त्री मोदी जी के सबल नेतृत्व और आम लोगों की एकजुटता ने इस आपदा को अवसर में बदल दिया.

प्रधानमन्त्री मोदी द्वारा आत्मनिर्भर भारत के दिए मन्त्र का लोगों पर जादुई असर हुआ और मास्क, पोर्टेबल वेंटिलेटर और अन्य उपकरणों के निर्माण में देश ने बेहद कम समय में ही कई अहम मुकाम हासिल कर लिए. आज पीपीई किट और एन-95 मास्क के उत्पादन में भारत विश्व में दूसरे स्थान पर पहुंच चुका है. कोविड अस्पतालों को 50,000 ‘मेड इन इंडिया’ वेंटीलेटरों की आपूर्ति की गई. जनवरी, 2020 में जहां कोरोना वायरस की जांच के लिए सिर्फ 6 लैब्स थे, वहीं आज उनकी संख्या बढ़कर 2000 से अधिक हो गई है. कोरोना के शुरूआती दौर में जहां एक दिन में सिर्फ 300 टेस्टू हो पाते थे, वहीं आज हर दिन 7 लाख से ज्यालदा टेस्टर हो रहे हैं.”

उन्होंने कहा “ कोरोना संकट में सरकार बीमारी से लड़ाई के साथ-साथ गरीबों की सेवा में भी अनवरत जुटी रही. सरकार ने मार्च महीने में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज की घोषणा की, जिसके तहत 1.70 लाख करोड़ रुपये के बजट का आवंटन किया गया. इसके तहत 80 करोड़ लोगों को तीन महीने तक हर महीने प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज (गेहूं या चावल), एक किलो दाल दिए जाने की व्यवस्था की गई, जिसे बाद में बढ़ाकर नवंबर 2020 तक किया गया. 8 करोड़ गरीब परिवारों को तीन महीने तक मुफ्त गैस सिलेंडर दिए गए.मनरेगा की मजदूरी 182 रुपये से बढ़ाकर 202 रुपये कर दी गई, जिसका लाभ तकरीबन 13.62 करोड़ परिवारों को मिला. महिलाओं के जनधन खाते में तीन महीने तक 500-500 रुपये डाले गए. 3 करोड़ गरीब वरिष्ठ नागरिकों, विधवाओं, दिव्यांगों को 1,000 रुपये दिए गए. पीएम-किसान के तहत 8.7 करोड़ किसानों को 2,000 रुपये जारी किए गए. हेल्थ वर्करों को 50 लाख रुपये का बीमा कवर दिया गया. प्रधानमन्त्री जी द्वारा किए गये कामों का लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है.”