तो ‘खेला’ हो गया। चुनाव प्रचार से दूर कर दी गयी दीदी! अब पूरे देश पर ‘ममता’। पश्चिम बंगाल का चुनाव विपक्ष के लिए भी करो मरो के समान

पटना। द न्यूज़। पश्चिम बंगाल का चुनाव न केवल ममता बनर्जी और भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का विषय बना है, बल्कि देश की विपक्षी पार्टियों के लिए भी करो या मरो के समान है। बिहार से प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ममता बनर्जी को समर्थन दे दिया है। साथ ही ममता के पक्ष में चुनाव प्रचार भी किया है। भाजपा के सहयोगी व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी रहकर ममता के साथ ही दिखाई दे रहे हैं। भाजपा व जदयू के संबंध बिहार तक ही सीमित है। ज्ञात हो कि अरुणाचल प्रदेश में एक को छोड़कर सभी जदयू विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। नीतीश को इस बात की टीस अवश्य होगी। फिलहाल पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के एक्सीडेंट को लेकर सियासत तेज है। जिस तरह ममता बनर्जी घायल दिख रही हैं उसे देखकर कहा जा सकता है कि कुछ न कुछ खेला हुआ है। यह स्पष्ट है कि ममता ब चुनाव प्रचार नहीं कर सकेंगी। ऐसे में यदि चुनाव परिणाम ममता के पक्ष में आता है तो केंद्र सरकार के लिए वाटर लू से कम नहीं होगा।

देश में एकमात्र पश्चिम बंगाल राज्य है जहां महिला मुख्यमंत्री है। इसके पहले एक समय देश मे तीन तीन महिला मुख्यमंत्रियों का शासन रहा है। तमिल नाडु में जयललिता, उत्तर प्रदेश में मायावती व पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी एक साथ सत्ता की बागडोर संभाल चुकी हैं।इनमें ममता के पास आज भी शासन है। एक तरफ ममता बनर्जी है दूसरी तरफ पूरा केंद्र सरकार व भाजपा।