लालटेन में छेद। राजद के पांच पार्षदों ने लालू को बॉय कह नीतीश को बोला हाय।

पटना ( द न्यूज़)। लालू की अगुवाई वाली राजद पार्टी के लिए आज मंगलवार का दिन अमंगल साबित हुआ।राजद के 5 विधान पार्षद पार्टी छोड़ जदयू के दामन थाम लिए। दूसरी तरफ एम्स में कोरोना का इलाज करा रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री राघवंश प्रसाद सिंह पार्टी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिए। इस तरह राजद को आज जोर का झटका लगा है। तेजस्वी यादव ने पूरा दुखड़ा सुनाने के लिए राजभवन पहुंचे। हालांकि आधिकारिक रूप से राजद ने आरक्षण का राग छेड़ा है। राजद की विज्ञप्ति के अनुसार नेता प्रतिपक्ष बिहार विधानसभा तेजस्वी यादव अचानक राजभवन पहुचे और उन्होंने राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात की और आरक्षण मामले को लेकर ज्ञापन सौंपा। नेता प्रतिपक्ष ने बिहार सरकार की जमकर शिकायत की बता दें कि आज सत्ताधारी जेडीयू ने राजद को बड़ा झटका दिया है।जेडीयू ने लालू प्रसाद की पार्टी के 5 विधान पार्षदों को तोड़कर अपनी पार्टी में मिला लिया है।
तेजस्वी यादव ने महामहिम राज्यपाल से बिहार में जिस तरीके से विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है उसके बारे में अवगत कराया।उन्होंने कहा कि सरकार बिहार का विकास छोड़कर विरोधी पार्टियों को तोड़ने में लगी है।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद बाहर निकले तेजस्वी यादव ने जमकर भड़ास निकाली।उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार घर में छुपकर यही काम कर रहे थे।उनको विकास से तो कोई मतलब है नहीं।वे सिर्फ इसी सब काम में अपना एनर्जी लगाए हुए हैं।उन्हें सिर्फ कुर्सी चाहिए।लेकिन बिहार की जनता आने वाले कुछ दिनों में सबक सिखायेगी। जदयू के दामन थामने वाले विधान पार्षदों में दिलीप राय, राधा चरण सेठ, संजय प्रसाद, कमरे आलम और रणविजय सिंह हैंं। विधान परिषद के सभापति ने इन पांचों विधायकों के गुट को अलग मान्यता दे दी है, जिससे ये पांच विधान परिषद सदस्य जदयू के हो गए हैं।