पटना। द न्यूज़। पूर्वी चंपारण के हरसिद्धि में विगत शुक्रवार को 45 वर्षीय आरटीआई कार्यकर्ता विपीन अग्रवाल की दिनदहाड़े हत्या साबित करता है कि राज्य में कानून कहीं रह नहीं गया है. भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि अब तक राज्य में 20 से अधिक आरटीआई कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है. इसका मतलब साफ है कि भाजपा-जदयू शासन आज पूरी तरह से सत्ता संरक्षित अपराधियों के चंगुल में है.
इस बीच, भाकपा-माले पूर्वी चंपारण जिला स्तरीय एक जांच टीम ने आज मृतक के घर का दौरा किया. इस जांच टीम में माले के जिला सचिव प्रभुदेव यादव, जिला कमिटी सदस्य भाग्यनारायण चैधरी, शंभूलाल राय व राजेश कुमार शामिल थे.
जांच दल ने मृतक आरटीआई कार्यकर्ता विपीन अग्रवाल के छोटे भाई राकेश अग्रवाल से बात की और पूरे मामले को विस्तार से जाना. भाकपा-माले ने मृतक परिजन के लिए उचित मुआवजा व फौरी तौर पर सुरक्षा की माुंग की है. ज्ञात हो कि कई मांगों को लेकर वामदलों ने 27 को भारत बंद का एलान किया है।