पटना। न्यूज़। लालू के विसर्जन बाण पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी तीर छोड़ा है। नीतीश ने साफ कह दिया कि लालू उन्हें गोली मरवा दें। उपचुनाव के मौके पर नीतीश का ये तीर कहीं राजद को घायल न कर दे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुशेश्वरस्थान और तारापुर में चुनावी जनसभा को संबोधित करने के बाद पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता का मूड क्या है, यह बोलने की बात नहीं है, ये तो आपलोग अपने वहां के मित्र से पता कर सकते हैं, वही लोग बता देंगे। आज तीन जगहों पर चुनाव प्रचार कर लौट रहे हैं। जनता मालिक है फैसला वही करेगी।
लालू प्रसाद यादव के चुनाव प्रचार में जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सबको चुनाव प्रचार में जाने का हक है, जायें। हमको इसमें क्या करना है। श्री लालू प्रसाद यादव के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विसर्जन करनेवाले बयान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे गोली मरवा दें, सबसे अच्छा यही होगा। बाकी वे कुछ नहीं कर सकते।
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रोजगार के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग रोजगार के लिए काम कर रहे हैं। सबको पता है कि एक-डेढ़ साल से कोरोना का दौर चल रहा है। शिक्षक नियोजन का काम, सरकारी सेवाओं के विभिन्न पदों के लिए परीक्षा सहित रोजगार के लिए कई अन्य काम किए जा रहे हैं। अब किसी को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है तो उस पर क्या कहना। जो लोग इस तरह की बात कहते हैं उनको काम करने का बहुत मौका मिला। 15-15 साल तक काम करने का मौका मिला, कितने लोगों को इंप्लॉयमेंट दिए ? इनलोगों की बातों का कोई मतलब नहीं हैं। इंप्लॉयमेंट के अलावा लोगों को और भी रोजगार के अवसर मिले। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लोगों को अपना उद्यम शुरू करने के लिए 5 लाख रुपए का ऋण बिना किसी ब्याज के उपलब्ध कराया जा रहा है। बाद में हमलोगों ने उसी में अति पिछड़े वर्ग को भी शामिल कराया। इस बार सभी वर्ग की महिलाओं को 5 लाख रुपए का अनुदान और 5 लाख रुपये बिना ब्याज का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। बाकी अन्य समुदाय के लोगों को भी 5 लाख रुपए का ऋण मात्र 1 प्रतिशत की ब्याज दर पर दिया जा रहा है। हमलोग बिहार में एक-एक काम कर रहे हैं। अब पुलिस बल में भी काफी महिलाएं हैं। उनलोगों के शासनकाल में बिहार में कुछ नहीं था। आज बिहार में विकास का काम तेजी से चल रहा है। कोरोना का दौर खत्म होने के बाद और तेजी से काम होगा। लोगों काम से कोई मतलब नहीं है। कुछ लोग जेल के अंदर से भी लोगों को फोन करते रहते हैं। ऐसे लोगों पर कुछ नहीं कहना है ऐसे लोग जवाब दें कि उन्होंने अपने 15 वर्षों के शासनकाल में क्या किया? कितनी सड़कें बनवाई, बिजली के लिए क्या किया? बिहार में शिक्षा का क्या प्रबंध किया? उनलोगों ने अनुसूचित जाति-जनजाति, अति पिछड़े, अल्पसंख्यक समाज और महिलाओं के लिए भी कोई काम नहीं किया उनलोगों ने अपने समय में व्यापारियों और डाक्टरों को बिहार से भगा दिया था। बिहार की स्थिति अभी कितनी बदली है यह बिहार की जनता जानती है। आज कल लोग सोशल मीडिया के माध्यम से इधर-उधर की बातें करते रहते हैं। हमको इस सबमें कोई दिलचस्पी नहीं है। ये लोग अपने शासनकाल में बाढ़ एवं सुखाड़ की स्थिति में भी लोगों की मदद नहीं करते थे। हमलोग वर्ष 2007 से ही आपदा पीड़ितों की लगातार मदद कर रहे हैं। इस बार भी बाढ़ से जो लोग प्रभावित हुए हैं उनकी मदद की गई है। हमलोगों ने जो भी वादा किया उसे पूरा किया। हमने हर घर तक पीने का शुद्ध पानी पहुंचा दिया। हमने शौचालय का निर्माण कराया। हमलोगों ने स्कूलों का निर्माण कराया कौन सी ऐसी जगह है जहां काम नहीं हो रहा है। हम चाहते हैं कि सभी लड़कियां इंटर तक पढ़ाई करें। हर पंचायत में इंटर तक की पढ़ाई का प्रबंध किया गया है। हम पर बोलेंगे तभी उनको पब्लिसिटी मिलेगी और हम पर नहीं बोलेंगे तो उन्हें क्या पब्लिसिटी मिलेगी। हमलोगों को इसकी कोई चिंता नहीं है। हम लोग जनता की सेवा करते हैं। हम हमेशा कहते हैं कि लोगों की सेवा करना ही हमारा धर्म है। इतने दिनों से हम यही कर रहे हैं और आगे भी करेंगे। जनता की जो भी इच्छा हो, वही मालिक है। उन्होंने कहा कि दो विधायकों की मृत्यु हो गई ये दुखद है। उसके कारण उन सीटों पर चुनाव हो रहा है। हमलोगों को जनता पर पूरा भरोसा है, उन्हीं के हमलोग सेवक हैं। हमलोगों के लिये पूरा बिहार एक परिवार है और कुछ लोगों के लिये अपना सब कुछ है। ये चीज सबको मालूम है कौन क्या हम पर बोलते हैं वो बोलते रहें। बोलने से कुछ नहीं होने वाला है।