चिराग के समर्थन में कूदने लगे पुराने लोजपायी, कहा चिराग उभरता हुआ नेतृत्व

पटना। द न्यूज़। लोजपा-सेक्यूलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सत्यानंद शर्मा ने कहा कि लोजपा सांसद पशुपति कुमार”पारस” राजनैतिक और परिवारिक धर्म निभाने में विफल हो गए। पद लोलुपता के मकर जाल में बुरी तरह फंस गए है। इसी लिए यह भी भूल गए कि पार्टी का सांसद होता है ना कि सांसदों की पार्टी होती है। पार्टी सर्वोपरि होती है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पार्टी संविधान में जो शक्तियाँ प्रदत्त है वह किसी सांसद को नहीं होता है। सांसद तो पार्टी के टिकट और वोट से जीतकर सांसद होता है। इसी सांसद को पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाने का अधिकार नहीं है यह अधिकार सिर्फ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को होता है।

आगे डॉ. शर्मा ने कहा कि चिराग पासवान उभरता हुआ नेतृत्व है। बिहार और देश का वोटर खासकर लोजपा का आधार वोट आज भी चिराग पासवान के साथ है कल भी उन्हीं के साथ रहेंगा। लोजपा कोई पहली बार नहीं टूटी है इस बार कैसे टूटी कौन तोड़ा यह सबलोग जान रहें है। नीतीश कुमार पहली बार लोजपा को नहीं तोड़ा है। चौथी बार नीतीश कुमार और जदयू के द्वारा लोजपा को तोड़ा गया है। जब-जब लोजपा टूटी है तब-तब लोजपा और लोजपा नेतृत्व मजबूत हुआ है।
आगे डॉ. शर्मा ने कहा कि हमारी पार्टी लोजपा-सेक्यूलर चिराग पासवान के समर्थन में पूरी तरह खड़ा है। मैंने रामविलास पासवान जी, के अनेकों पुराने मित्रों से बात किया कल उनकी बैठक भी बुलाया गया है। सभी लोग तैयार है चिराग पासवान को समर्थन और सम्बलता देने के लिए।