प्रशांत किशोर गांधी मैदान में अपनी राजनीतिक ताकत दिखाने को तैयार, बिहार चुनाव की तैयारी तेज

पटना द न्यूज। (विद्रोही): चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में अपनी ताकत दिखाने जा रहे हैं। एक समय जब बिहार के युवाओं के समर्थन में आवाज उठाने पर उन्हें इसी मैदान से हटा दिया गया था, अब वही प्रशांत किशोर पूरे जोश के साथ बिहार के लोगों को अपने नए राजनीतिक दल ‘जन सुराज’ के तहत लामबंद कर रहे हैं।बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही यह रैली जन सुराज पार्टी की पहली बड़ी चुनावी परीक्षा होगी। प्रशांत किशोर लगातार जनता के बीच जाकर बिहार से जुड़े अहम मुद्दों को उठा रहे हैं और पारंपरिक दलों के दशकों से चले आ रहे वर्चस्व को चुनौती दे रहे हैं।प्रशांत किशोर खुद को बिहार के विकास के प्रति समर्पित नेता के रूप में पेश कर रहे हैं। उन्होंने राज्य में वर्षों से जारी परिवारवादी राजनीति पर तीखे सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि आज़ादी के बाद से कुछ गिने-चुने परिवारों ने लगातार मंत्री पदों पर कब्ज़ा जमाया हुआ है, जिससे आम जनता को कभी सही राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं मिला। “देश के निन्यानवे प्रतिशत नेतृत्व—सांसद, विधायक और मंत्री—कुछ ही परिवारों से आते हैं। इस परंपरा को खत्म होना चाहिए,” उन्होंने कहा, जन सुराज की विचारधारा को जनता तक पहुंचाने पर जोर देते हुए।जन सुराज बिहार की राजनीतिक व्यवस्था को नया स्वरूप देने के लिए एक आंदोलन के रूप में उभर रहा है। प्रशांत किशोर की यह मुहिम उन नागरिकों को आकर्षित कर रही है जो जेडीयू, बीजेपी और आरजेडी जैसी पारंपरिक पार्टियों के विकल्प की तलाश में हैं।

“जनता बदलाव चाहती है। वे पुरानी राजनीति को नकार रहे हैं। न जेडीयू, न बीजेपी, न आरजेडी—सिर्फ जन सुराज,” उन्होंने आत्मविश्वास से कहा और दावा किया कि आगामी चुनावों के बाद बिहार में जन सुराज की सरकार बनेगी। उनके इस दावे ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है।

गांधी मैदान में होने वाली इस ऐतिहासिक रैली पर पूरे बिहार की नजरें टिकी हैं। क्या प्रशांत किशोर की यह नई राजनीतिक सोच जनता के दिलों तक पहुंचेगी? आने वाले महीने बिहार की राजनीति की दिशा तय करेंगे।