पटना। द न्यूज़। केंद्रीय कैबिनेट से अपने सहयोगी अकाली दल नेता हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे के बाद पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर बिहार भाजपा के नेता कृषि सुधार बिल के पक्ष में मुखर हो पड़े हैं। कृषि सुधार विधेयकों को कृषि हित में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम बताते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि देश के किसानों के लिए गुरुवार यानि 17 सितंबर का दिन काफी महत्वपूर्ण रहा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर कल लोकसभा में कृषि सुधार से संबंधित दो विधेयक पारित किए गए. यह विधेयक सही मायने में किसानों को बिचौलियों और तमाम अवरोधों से मुक्त करने वाले हैं. इस कृषि सुधार से किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए नए-नए अवसर मिलेगे, जिससे उनका मुनाफा बढ़ेगा. इससे कृषि क्षेत्र को जहां आधुनिक टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा, वहीं अन्नदाता सशक्त होंगे.”
इस विधेयक का विरोध करने वालों पर बरसते हुए उन्होंने कहा “ कुछ राजनीतिक दलों ने देश में हर अच्छे का विरोध करने की एक परिपाटी सी बना दी है. सरकार द्वारा देश के गरीबों, पिछड़ों या किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, किए जाने वाले सारे कामों पर यह छाती पीटने लगते हैं. दरअसल अपने राजनीतिक स्वार्थों के कारण यह चंद लोग यह चाहते ही नहीं हैं कि किसानों को बिचौलियों के चक्रव्यूह से मुक्ति मिले. गौरतलब हो कि इन्हीं लोगों की शह पर किसानों और बाजार के बीच बिचौलियों का एक काफी मजबूत तंत्र खड़ा हो चुका है. इन्हीं बिचौलियों के कारण किसानों को उनका वाजिब हक नहीं मिल पाता था. मोदी सरकार द्वारा कल पारित किये गये विधेयकों से इस तंत्र पर गहरी चोट पंहुची है, यही वजह है कि चंद लोगों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है.”
श्री रंजन ने कहा “ इस विधेयक के विरोध में खड़े मुट्ठी भर लोग वास्तव में किसानों के सबसे बड़े दुश्मन है. किसान यह जान लें कि इन विधेयकों से न्यूनतम समर्थन मूल्य और सरकारी खरीद की व्यवस्था पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला. इनकी वर्तमान व्यवस्था पहले के समान ही बनी रहेगी. यह विधेयक वास्तव में किसानों को कई और विकल्प प्रदान कर उन्हें सही मायने में सशक्त करने वाले हैं.”