वर्ष 2004 में कांग्रेस को सत्ता में लाने में प्रणब मुखर्जी की थी अहम भूमिका

नई दिल्ली। द न्यूज़। ( विद्रोही)। बहुत कम लोग जानते हैं कि वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सत्ता में आने का मूलमंत्र प्रणब मुखर्जी ने ही दिया था। आज प्रणब दा के निधन पर पक्ष, विपक्ष पूरा देश शोक मना रहा है। वर्ष 1998 व इसके बाद 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री बन जाने के बाद कांग्रेस दुर्दिन के दौर से गुजर रही थी। एक तरफ कांग्रेस में नए अध्यक्ष बनाये जाने को लेकर बहस व चर्चाएं शुरू हो गयी थी। सभी कांग्रेसी मिलकर सोनिया गांधी को अध्यक्ष बनाने के लिए आंदोलन शुरू कर दिए थे। दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय व 10 जनपथ के बाहर प्रदर्शन शुरू हो गया था। किंतु सोनिया गांधी अध्यक्ष बनने के लिए तैयार नहीं थी। उस समय कांग्रेस का मीडिया संचालन भी गड़बड़ा गया था। खैर, सोनिया गांधी ने पार्टी का अध्यक्ष पद स्वीकार किया। कांग्रेस मीडिया में भी मूल चूल परिवर्तन हुआ। प्रणब मुखर्जी को कांग्रेस मीडिया का अध्यक्ष बनाया गया। ये सब तब हो रहा था जब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी का शाइनिंग इंडिया शबाब पर था। प्रणब दा 24 अकबर रोड में प्रेस को संबोधित भी करने लगे। कांग्रेस का सटीक संदेश देश मे पहुंचने लगा। उसी समय प्रणब मुखर्जी ने सोनिया गांधी को जनसंपर्क का सुझाव दिया। सोनिया फरीदाबाद, बहादुरगढ़ में जनसंपर्क अभियान पर निकल गयी। सोनिया को अपार जनसमर्थन मिला और शाइनिंग इंडिया का प्रकाश बुझ गया। वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस विजयी हुयी।