झोपड़ी छोड़ अलग घर की तलाश। रामेश्वर चौरसिया ने छोड़ा लोजपा।

पटना। द न्यूज़। हालिया बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा के करीब 4 दर्जन से अधिक नेताओं नर बागी बनकर पार्टी से नाता तोड़ लिया था। उस समय सभी बागी नेताओं को स्व. रामविलास पासवान की बनायी ‘झोपड़ी’ में शरण मिला। इस झोपड़ी में रहकर भाजपा से निकाले गए नेताओं ने चुनाव लड़ा, किन्तु हारने के बाद पस्त ये नेता फिर भाजपा में ठौर देख रहे हैं। लोजपा को महतो जी का दालान समझकर गए कई नेता नया ठौर खोज रहे हैं। रामेश्वर चौरसिया को भाजपा ने पार्टी से निकाल दिया था। चौरसिया ने लोजपा का दामन थामकर नोखा से चुनाव लड़ा पर हार गए। आज चौरसिया ने लोजपा से यह कहकर इस्तीफा दे दिया कि वह पार्टी के लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं।

समझा जाता है कि चौरसिया के तर्ज पर लोजपा गए कई नेता अपने घर वापसी की तैयारी में है। लेकिन इन सब की वापसी बिना नीतीश कुमार की सहमति से संभव नहीं दिखाई दे रहा है। यदि ऐसे नेता भाजपा में शामिल हो गए तो भाजपा व जदयू के रिश्ते में खटास आ सकते हैं। भाजपा फिलहाल नीतीश से बैर करने की सोच नहीं सकती। किसान आंदोलन के कारण भाजपा बैकफुट पर है।