पटना। द न्यूज़। गांधी सेतु के समानांतर गंगा नदी पर फोर लेन पुल बनाने के लिए पांच दिग्गज कंपनियों की निविदा स्वीकार की गई है। इस बार टाटा भी पुल निर्माण के लियर मैदान में कूदे हैं। लार्सन टर्बो, गैमन इंडिया, सिंगला समेत 5 कंपनियों ने पुल निर्माण के लिए टाल ठोका है। इसके पहले गंगा नदी पर दिघवारा से शेरपुर/दानापुर तक एक और नया पल बनाने की घोषणा हो चुकी है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवम राज मार्ग मंत्रालय ने भागलपुर में गंगा नदी पर विक्रमशिला सेतु के समानांतर 4 लेन पुल की निविदा जारी कर दी है। इसके निर्माण के लिए 1116.72 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति दी जा चुकी है। पुल निर्माण के लिए टेंडर डालने की अंतिम तारीख 10 सितंबर 2020 तय की गई है।
बिहार के लिए घोषित प्रधान मंत्री पैकेज में शामिल पुल निर्माण की इस परियोजना को चार साल में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पुल के बनने के बाद अगले 10 वर्षों तक इसका संरक्षण पुल निर्माण करने वाली एजेंसी द्वारा किया जाएगा। वर्तमान सेतु से 50 मीटर हट कर पूरब में बनने वाले 4.367 किमी लंबे इस पुल में 68 पाये होंगे। पुल के निर्माण के लिए 21.3 हेक्टेयर भूमि की जरूरत होगी। 2.2 हेक्टेयर सरकारी भू खंड उपलब्ध है। शेष 19.1 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण राज्य सरकार अपने कोष से करेगी। इसके लिए 51 करोड़ की राशि भागलपुर के समाहर्ता को उपलब्ध करा दी गयी है। प्रस्तावित पुल के नीचे पानी का जहाज निकल जाए इसके लिए इनलैंड वाटरवेज अथार्टी ऑफ इंडिया की आवश्यकता के अनुरूप पर्याप्त चौड़ा स्पेस दिया जायेगा।
विक्रमशिला सेतु के समानांतर गंगा नदी पर बनाने वाले इस 4 लेन पुल के लिए नवगछिया से भागलपुर पथाअंश का भारत सरकार द्वारा नया नेशनल हाईवे संख्या 131(बी ) के रूप में अधिसूचित किया गया है।गंगा नदी के उत्तर नवगछिया की ओर 875 मीटर और दक्षिण भागलपुर की ओर 987 मीटर एप्रोच रोड का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही सड़क एवम परिवहन मंत्रालय ने भागलपुर से हंसडीहा पथ को भी राष्ट्रीय राज मार्ग के रूप में अधिसूचित किया है। इस प्रकार नवगछिया से भागलपुर होते हुए झारखंड की सीमा तक नया राष्ट्रीय राजमार्ग बनेगा और 4 लेन पुल का निर्माण होगा। इस पुल के बन जाने से उत्तर बिहार के सीमांचल का झारखंड के साथ सड़क संपर्क तो सुगम होगा ही, पश्चिम बंगाल के साथ भी कनेक्टिविटी बढ़ेगी ।
जनवरी 2018 में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने भी श्री गडकरी के साथ हुई बैठक में इस पुल के निर्माण की मांग की थी।