पटना ( द न्यूज़)। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर नई शतरंज की गोटियां बिठानी शुरू हो गयी है। मौजूदा डबल इंजन , जदयू- भाजपा, की सरकार को फेल करने के लिए एक तीसरे मोर्चे की गठन की पहल शुरू हो गयी है। इस पहल के सूत्रधार पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा बने हैं। कभी भाजपा के कद्दावर रहे यशवंत सिन्हा ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला है। इसी कड़ी में वे भाजपा व जदयू से इतर नेताओं को गोलबंद कर एक तीसरा मोर्चा की संभावना तलाशने पटना पहुंच रहे हैं। पहले वह 5 जून को ही पटना आने वाले थे, किन्तु अब वह 9 जून को पटना पहुंचेंगे। इसके पहले वह दिल्ली में रहकर नए समीकरण पर विचार करेंगें। इधर बिहार में तीसरे मोर्चे के लिए जीतनराम मांझी, पप्पू यादव, डॉ सत्यानंद शर्मा, शरद यादव, देवेंद्र यादव, नागमणि, समेत कुछ पुराने समाजवादी नेताओं के मिश्रण से तीसरा मोर्चा खड़े किए जाना है। इस सिलसिले में 10 जून को नया स्वरूप सामने आ सकता है। सूत्रों के मुताबिक राजद को छोड़कर महागठबंधन के अन्य सभी घटक दलों को तीसरे मोर्चा में स्वागत है।