पटना। द न्यूज़ ( विद्रोही)। बिहार में कोरोना से मौत के नए तथ्य सामने आए हैं । इसके पीछे कई कारण हैं। कई कोविड रोगियों की मौत अन्य रोग से दिखला दिया गया था। कई कोरोना पॉजीटिव इलाज के बाद निगेटिव तो हो गए पर उनकी मौत हो गयी। ऐसे लोगों को कोरोना मौत में शामिल नहीं किया गया था। किंतु सरकार ने पारदर्शी तरीके अपनाते हुए जिलेवार कोरोना से मौत के आंकड़े इकट्ठा की। फिर यह आंकड़ा 24 घंटे में बदल गया। बिहार में 7 जून तक कोरोना से मौत के आंकड़े 5424 था, किन्तु 24 घंटे बाद यानी 8 जून 2021 को यह आंकड़ा 9375 हो गया। राज्य सरकार की तरफ से स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने आज आधिकारिक तौर पर बताया कि बिहार में कोरोना से अब तक 9375 लोगों की मौत हुई है। यह आंकड़ा प्रथम फेज और द्वितीय फेज मिलाकर है।

हालांकि राज्य के हित में एक बड़ी खबर यह है कि कोरोना से पॉजिटिव होने के बाद जो लोग निगेटिव हो गए और बाद में उनकी मृत्यु हो गयी तो ऐसे लोगों को भी सरकार 4 लाख का मुआवजा देगी। ऐसे मृतक लोगों की काफी संख्या है जो निगेटिव होकर घर या अस्पताल में मर गए। उनके मृत्यु प्रमाण पत्र पर कोविड से निधन दर्ज नहीं रहता है। लेकिन बिहार सरकार ने मृतक के परिजनों को बड़ी राहत देते हुए एलान किया कि वैसे लोग जो कोरोना पॉजिटिव होने केबाद निगेटिव हो गए और उनकी मृत्यु किसी वजह से हो गयी तो उनके परिजनों को चार लाख का मुआवजा मिलेगा। मौत के आंकड़े में अचानक बढ़ोतरी का एक कारण यह भी है। निगेटिव वाले मृतकों को शामिल किया गया है। राज्य सरकार ने जिलावार कोविड से मृतकों की सूची दी है।

बिहार में ब्लैक फंगस से 55 लोगों की मौत हुई है।