‘खेला होबे’ के बाद दीदी चली दिल्ली में ‘परिवर्तन होबे’ के मुहिम में

नई दिल्ली। द न्यूज़। ( विद्रोही)। पश्चिम बंगाल में खेला करने के बाद ममता बनर्जी अब चक्रवर्ती सम्राट के लिए परिवर्तन होबे मुहिम में जुट गई हैं। इसी मुहिम में वह दिल्ली जाकर एक कूटनीति के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पहले पीएम से समय लेने में उन्हें 6-6 महीना लग जाता था, किन्तु भाजपा को पटकनी देने के बाद उन्हें तुरंत पीएम से मुलाकात का समय मिल गया।
इस मुलाकात के टाइमिंग पर नजर डालिए। पहले ममता के दूत प्रशांत किशोर ने सोनिया, राहुल, प्रियंका से मुलाकात के बाद परिवर्तन होबे की भूमिका तैयार शुरू कर दी। पीके ने शरद पवार से भी मुलाकात की। सूत्र बताते हैं कि पीके की मुलाकात मुलायम सिंह यादव और मायावती से भी हुई है। पीके के होमवर्क के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली पहुंची हैं। समझा जाता है कि वह सोनिया गांधी से भी मिलेंगी।

इधर बिहार में लालू यादव पहले से ममता बनर्जी के समर्थन के पक्ष में है। पश्चिम बंगाल चुनाव के समय तेजस्वी यादव ने ममता बनर्जी को समर्थन का एलान कर दिया था। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले एनडीए में हैं पर ममता बनर्जी से उनकी कटुता नहीं है। भाजपा के लाख कहने के बावजूद वह पश्चिम बंगाल में ममता के खिलाफ चुनाव प्रचार करने नहीं गए। पीके को भले ही जदयू से निष्काषित किया गया है पर यह भी ध्यान देने की बात है कि पीके नीतीश को पिता समान आदर देते हैं। जदयू से पीके को इसलिए निष्कासित किया गया था कि पीके सीट बंटवारे में नीतीश को बड़े भाई की भूमिका में रहने की दलील दी रहे थे जो भाजपा को पसंद नहीं थी। पीछे से आरसीपी को उकसा दिया गया और पीके की बलि ले ली गई। मौजूदा हालात यह है कि वर्ष 2024 के खेल में नीतीश भी अहम भूमिका निभा सकते हैं। एनआरसी और समान नागरिक संहिता के खिलाफ नीतीश हैं। साथ ही जनसंख्या कानून मसले पर भी नीतीश की अलग राय है। बिहार में उनकी पार्टी तीसरे नंबर पर आ चुकी है। जबसे आरसीपी केंद्र में मंत्री बने हैं पार्टी में कलह फैल रही है। जदयू के संस्थापक कहने वाले नेता आसमान ताकते रह गए और मेवा कोई और ले गया। इसलिए ज्यादा कलह की स्थिति होने पर नीतीश कभी भी ‘त्याग’ कर सकते हैं। ऐसे में नीतीश भी दिल्ली में परिवर्तन होबे मुहिम की हवा दे सकते हैं। ज्ञात हो कि ममता ने कहा था कि बंगाल में तो खेला होबे। इस पर भाजपा ने कहा कि खेला नहीं, बंगाल में परिवर्तन होबे। इस पर ममता ने जवाब दिया था कि दिल्ली में परिवर्तन होबे।