पटना। द न्यूज़। हाल फिलहाल में अपने कोर वोट बैंक की नाराजगी को देखते हुए भाजपा उन सबों का भरोसा जीतने के लिए पूरे देश मे अभियान चलाने जा रही है। वीर कुंवर सिंह जयंती मनाने के बाद भाजपा उत्तरप्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र समेत दिल्ली में कल परशुराम जयंती मनाने जा रही है। भाजपा का कहना है कि भगवान के छठे अवतार भगवान परशुराम धर्म की रक्षा व पापियों का नाश करते हैं। जंगल राज व अन्याय के खात्मे के लिए परशुराम को याद करना जरूरी है। ज्ञात हो कि कल परशुराम जयंती है। हालांकि परशुराम जयंती के पीछे अपने कोर मतदाता ब्राह्मणों को खुश करना मुख्य मकसद है। यहां बिहार में भाजपा के प्रति ब्राह्मणों व भूमिहारों में नाराजगी देखी जा रही थी। ऐसे में भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व काफी चिंतित नजर आ रहा था। उत्तर प्रदेश के चुनाव में एक जुट होकर सवर्णों में योगी की नैया पार लगाई।
हाल के 24सीटों के लिए हुए विधान परिषद चुनाव का परिणाम भी भाजपा के लिए संतोषजनक नहीं था। बोचहा उपचुनाव में भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी थी पर लुटिया डूब गई। भाजपा जानती है कि उनकी पार्टी के कोई भी यादव नेता लालू के यादव वोट बैंक में सेंधमारी नहीं कर सकते। साथ ही नीतीश के रहते कुर्मी कुशवाहा को बहुतायत में प्रभावित भी नहीं कर सकते। ऐसी परिस्थिति में यदि ब्राह्मण, भूमिहार, राजपूत व कायस्थ छिटकने लगेंगे तो बिहार भाजपा का सुपरा साफ हो जाएगा। इसलिए भाजपा ने नई रणनीति तैयार की है। लेक
खास है कि बिहार में परशुराम जयंती मनाने के लिए विधायक डॉ संजीव चौरसिया ने बीड़ा उठाया है। (सोमवार) को पूर्वाहन 11.00 बजे से पटना के बी0 आई0 ए0 हाॅल में सिन्हा लाईबे्ररी के पास श्री श्री भगवान परशुराम जयंती समारोह का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से बिहार सरकार की उपमुख्यमंत्री श्रीमती रेणु देवी, बिहार विधान सभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, पूर्व सांसद डाॅ0 सी.पी. ठाकुर , दीघा के विधायक डाॅ0 संजीव चौरसिया, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती दिलमणी देवी, एवं पटना की प्रख्यात डाॅक्टर श्रीमती शान्ति राय के अलावा कई गणमान्य एवं प्रबुद्ध लोग उपस्थित रहेंगे। पटना के बापू सभागार में भी परशुराम जयंती मनाने की योजना बनाई गई है।