पटना। द न्यूज़। सहारा इन दिनों कठिन दौर से गुजर रहा है पर किसी सरकार का इस बात पर ध्यान नहीं जा रहा है कि इसने करीब 12 लाख लोगों को रोजगार दे रखा है। 25 हजार करोड़ सेबी के खाते में इसने जमा करा दिया जबकि मेहुल चौकसी व नीरज मोदी जैसे धुरंधर अरबों का चपत लगाकर विदेश में चंपत हो गए। इन दिनों पटना हाई कोर्ट में निवेशकों के रुपये लौटाने को लेकर मामला चल रहा है। कोर्ट सुब्रत राय सहारा को सशरीर पेशी चाहता है जबकि सुब्रत राय सहारा अपने खराब स्वास्थ को लेकर कोर्ट से वर्चुअल उपस्थिति चाहते हैं पर कोर्ट उन्हें अपने समक्ष देखना चाहता है। दो बार पेशी के आदेश दे दिए गए हैं। यहां प्रश्न है कि पूरे कोरोना काल मे कोर्ट वर्चुअल बैठकें करता रहा अब उसे वर्चुअल उपस्थिति के लिए मोहलत देने में गुरेज क्यों हैं। कोर्ट सुन तो ले सुब्रत राय की दलील और ना पसंद आने पर सजा सुना दे। सहारा ने हमेशा कोर्ट का सम्मान किया है और उसके निर्देश पर ही सेबी के खाते में सहारा के 25 हजार करोड़ जमा ह9 चुके हैं।