पार्टी में बोलने की आजादी पर संयम रखें नेता: आरसीपी सिंह
पटना (द न्यूज़ )। भाजपा वालों ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 के भूत को तो ‘दंडा’ मार कर भाग दिया पर इस भूत की साया बिहार को तंग करने की जुगत में है। भाजपा के साथी जदयू के कुछ नेता अभी भी गठबंधन विरोधी बयान देकर 370 के भूत को यहां जगा रहे हैं। इस पर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कड़ा रुख अपनाते हुए पार्टी के बयान बहादुरों को हिदायत दी है। पिछले दिनों श्याम रजक और गुलाम रसूल बलियावी ने खुलकर 370 अनुच्छेद का विरोध किया। कहा गया लोकतंत्र की हत्या कर दी गयी। ज्ञात हो कि श्याम रजक जिस विधान सभा क्षेत्र से जीतकर आते हैं वहां मुस्लिमों की संख्या काफी अधिक है।
दरअसल आरसीपी ने सही समय पर एनडीए एकजुटता के लिए नसीहत देकर सेतु का काम किया है।बिहार में राज्यसभा में संसदीय दल के नेता और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय संगठन महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि पार्टी में बोलने की आजादी सबको है लेकिन पार्टी के नीतिगत मुद्दों को ध्यान में रखकर ही नेताओं को बयान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है लेकिन पार्टी लाइन की मर्यादा में रहकर ही लोगों को बयान देना चाहिए।
आरसीपी सिंह ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास अपना बहुमत है लेकिन इसके बावजूद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के पास अपना बहुमत होते हुए भी गठबंधन की सरकार चलाई जा रही है और सभी दलों का अपना एजेंडा होता है। उन्होंने कहा कि एनडीए का एजेंडा विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा का है और इस पर सभी दल सहमत है. जनता दल यूनाइटेड के महादलित प्रकोष्ठ की सदस्यता अभियान समीक्षा बैठक की गई। उन्होंने कहा कि पार्टी के सदस्यता अभियान की समीक्षा की जा रही है तथा सभी प्रकोष्ठ द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी में निरंतर सदस्यता बढ़ाने की प्रक्रिया जारी है और कार्यकर्ताओं को सदस्यता अभियान लगाया गया है।