पटना (द न्यूज़)। सुषमा स्वराज चलीं गईं। वह भाजपा नेता, पूर्व विदेश मंत्री, सांसद तमाम पदवियों के अलंकरण से पहले एक विशुद्ध सांस्कृतिक, शिष्ट भारतीय विदुषी महिला थी।
एक ऐसी महिला जिस पर नारी समाज को गर्व है। सुषमा स्वराज ने 2500 ईस्वी से भी अधिक ऋग्वैदिक कालीन विदुषी महिला गार्गी, अपारा व घोषा परंपरा को जारी रखा।
संसद में सुषमा स्वराज ने विरिधियों के समक्ष गार्गी बनकर शास्त्रार्थ किया। भाजपा को शिखर पर पहुंचाने में सुषमा स्वराज का योगदान हमेशा याद रखा जाएगा