पटना ( द न्यूज़)। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव के लिए अभी से ताना बाना बुनना शुरू हो गया है। यदि हालिया लोकसभा चुनाव का फार्मूला तैयार हुआ तो अगले विधानसभ चुनाव में भाजपा के सीटिंग विधायको तो कोई ज्यादा खतरा नहीं होगा , किंतु जिन 60 उम्मीदवारों ने पिछले विधान सभा चुनाव में ताल ठोका था उन्हें निराशा हाँथ लगेगी। वर्ष 2015 के विधान सभा चुनाव में भाजपा ने 160 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था और उसके 53 उम्मीदवार जीत पाए।
उस समय भाजपा के सहयोगी लोजपा 40, रालोसपा 23 और हम पार्टी 21 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। समझा जाता है कि यदि लोकसभा चुनाव के तर्ज पर भाजपा का गठबंधन हुआ तो भाजपा को करीब 100 सीटों पर सिमटना होगा। यानी कि पिछले 60 पहलवान पैदल होंगें। इस तरह भाजपा को अपने दावेदारों को संभालना लोकसभा चुनाव से भी बड़ी चुनौती है।