
पटना ( द न्यूज़)। पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ सीपी ठाकुर के पुत्र विवेक ठाकुर को राज्यसभा के उम्मीदवार बनाये जाने पर भाजपा अपने ही नेताओं के आरोपों से घिर गई है। एक तरफ कायस्थ महासभा नाराज हो गया है तो दूसरी तरफ भाजपा पर वंशवाद का भी आरोप लग रहा है। कायस्थ महासभा इसलिए नाराज है कि उसके कद्दावर नेता आरके सिन्हा को दूसरी बार टिकट न देकर अपमानित किया गया है। उधर भाजपा कार्यकर्ता इसलिए आक्रोशित हैं कि पार्टी सीपी ठाकुर के पुत्र को राज्यसभा के टिकट देकर वंशवाद को बढ़ावा दे रही है। विधान पार्षद कृष्णा कुमार सिंह उर्फ कुमार बाबू के समर्थक खास नाराज हैं। उनका कहना है कि आखिर पार्टी के अन्य लोगो को कैसे जगह मिलेगी। दरअसल आरके सिन्हा की बात की जाए तो पहले लोकसभा का टिकट कट गया और अब राज्यसभा से भी उनका पत्ता साफ कर दिया गया। आर के सिन्हा को टिकट नहीं दिए जाने पर कायस्थ महासभा ने खासा नाराजगी प्रकट की है। सिन्हा को टिकट नहीं दिए जाने पर चौतरफा विरोध की झलक मिल रही है। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के महासचिव सुजीत कुमार वर्मा ने कहा कि आर के सिन्हा को दरकिनार करते हुए इस बार राज्यसभा के लिये टिकट से वंचित किया गया जो सरासर कायस्थो के साथ अन्याय है और इस अन्याय के खिलाफ हमलोगो को आवाज उठानी है,अन्यथा कायस्थ राजनितिक रूप से ऐसे ही हाशिये पर जा रहा है और अगर आज भी नहीं जागे तो कायस्थो की और दुर्गति हो जायेगी अगर अपनी साख बचानी है तो इसका विरोध जरूरी है,जैसा आप सभी जानते हैं हमलोग 3 सांसद हुआ करते थे आज केवल 1 बच गये हैं अगर हमलोगो को अपनी संख्या मे इजाफा करना है तो निश्चित रूप से अपनी आवाज़ बुलंद करनी होगी,अनयथा हमलोग शुन्य पर जाने को तैयार रहें,हमलोगो को अपनी हिस्सेदारी के लिये आंदोलित होना चाहिये।