नई दिल्ली ( द न्यूज़/ विद्रोही)। पूरा देश जानता है चारा घोटाला में राजद सुप्रीमों जेल की सजा काट रहे हैं। परिवार के लोग आवाज उठाते हैं लालू की सेहत खराब है। बहुत सारे रोग से लालू पीड़ित हैं। काफी तकलीफ में हैं। लालू रांची के जेल में पड़े हैं पर बेटा के ऐशो आराम में कोई कमी नहीं है। लालू के बेटा व प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने चार्टेड प्लेन लेकर अपना 30 वां जन्मदिन मनाया। लालू ने अपने परिवार के लिए इतना कर दिया है कि उनका पुश्त दरपुश्त बिना काम किये गरीब गुरबा का नेता बन आजीवन खाता रहेगा। ये दिगर है अंधभक्त समर्थक आज भी लालू लालू करता है।
बिहार गरीब प्रदेश है। नेता इस गरीब प्रदेश के दुहाई देकर कहां से कहां पहुंच गए पर अपने इलाके की जनता को गुमराह करते रहै। भैंस पर बैठकर राजनीति की शुरुआत करने वाले नेता को बिहार की जनता ने सर आँखों पर बिठाया । उन्हें सीएम बनाया। सबक कुछ दिया पर बिहार के साथ छलावा होता रहा।
लालू के बाद बिहार की जनता ने उनके परिवार पर भी भरोसा किया। राबड़ी चुनाव जीती। बेटा तेजप्रताप चुनाव जीते। तेजस्वी यादव चुनाव जीते। मीसा भारती राज्यसभा पहुँची। यहां तक कि परिवार की सेवा करने वाले भी विधानसभा और लोकसभा पहुंच गए। लालू परिवार की संपत्ति भी बढ़ती गयी पर बिहार की जनता गरीब होते गयी।
भारतीय संस्कृति में कहा गया है यदि संपत्ति का उपयोग सेवा व दान के लिए नहीं किया गया तो एक दिन यही संपत्ति काल बनकर खड़ा हो जाती है। आज पी चिदंबरम के साथ क्या हो रहा है। लिहाजा कहा गया है, दोउ हांथ उलीचिये यही सयानो काम।
यह भारतीय संस्कृति का संस्कार नहीं है कि पिता जेल में कराह रहे हो और बेटा असमान में बर्थडे मना रहा हो। इसके बाद ये लोग जनता को उलाहना देंगे कि चुनाव में उन्हें हरा दिया। यदि आज से ये परिवार जनता के लिए जमीन पर उतर जाये तो फिर दिन फिर सकते हैं। जो लोग अपने संस्कार व संस्कृति को भूलेंगे उन्हें प्रकृति सजा देगी।