पार्टी की ओर से दायर किये गये दावा पत्र में कहा गया है कि लोक जनशक्ति पार्टी (सेक्यूलर) ही असली लोजपा है। भारत
निर्वाचन आयोग ने दायर किये गये दावा पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि लोक जनशक्ति पार्टी का एक नेतृत्व वर्ग विगत विधान सभा और 2019 में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी के बाहर के कार्यकर्ताओं से 01 करोड़ से 11 करोड़ रूपया लेकर पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। इस पूरे प्रकरण की जांच भारत निर्वाचन आयोग ही सी0बी0आई0 से करा दे तो सच्चाई उजागर हो जायेगा।
इस कार्रवाई से सम्पूर्ण राजनीति भ्रष्टाचार के गर्त में फंसता जा रहा है, क्योंकि भ्रष्ट तरीके से टिकट प्राप्त कर चुनाव
लड़ने और चुनाव जीत कर सांसद, विधायक बनने वाला जन प्रतिनिधि
पूरे देश, शसन प्रशासन और समाज में भ्रष्टाचार फैलाने का काम
करेगा। जो लोकतंत्र के लिए घातक है साथ ही आदर्श अचार संहिता
और जनप्रतिनिधित्व कानून के विरूद्ध है।
इसलिए लोक जनशक्ति पार्टी (सेक्यूलर) को मान्यता प्रदान करते हुए पूर्व से आवंटित चुनाव चिन्ह ‘‘बंगला’’ छाप आवंटित किया जाये।इस आशय की जानकारी लोक जनशक्ति पार्टी (सेक्यूलर) के मुख्य प्रवक्ता विष्णु
पासवान ने दी।