बिहार में एक दिन में 71 हजार से अधिक कोविड जांच। कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या भी 71 हजार के पार। 46265 ठीक भी हुए।पटना में 12160 पॉजिटिव

पटना। द न्यूज़। बिहार में कोरोना जांच में काफी तेजी आ गयी है। जिस रफ्तार से जांच हो रही है उसी रफ्तार से कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या भी बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 71520 लोगों की जांच हुई जिसमें 3646 लोग कोरोना पॉजिटिव हुए। बिहार में कुल 71749 लोग कोरोना से संक्रमित हैं। अकेले पटनां में 12160 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं। कोरोना से अबतक बिहार में 46265 लोग ठीक भी हो चुके हैं।

इसी बीच प्रमंडलीय आयुक्त , पटना संजय कुमार अग्रवाल ने प्रमंडल के सभी जिलों के जिला पदाधिकारी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 की रोकथाम एवं बचाव हेतु टेस्टिंग कार्य में प्रगति लाने तथा अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण इलाज की सुविधा प्रदान करने एवं कंटेनमेंट जोन को मानक के अनुरूप प्रभावी रूप से लागू करने का निर्देश दिया।समीक्षा के क्रम में पाया गया कि प्रमंडल स्तर पर 1 दिन में टेस्टिंग का आंकड़ा 15888 पहुंच गया है तथा सभी जिलों में कोरोना की जांच कार्य में उत्तरोत्तर काफी सुधार एवं प्रगति आई है।जिलावार समीक्षा के क्रम में पाया गया कि पटना जिला में 4947, रोहतास जिला में 3070,बक्सर जिला में 2213 ,नालंदा जिला में 2009 तथा भोजपुर जिला में 1795 टेस्ट का कार्य 1 दिन में ही किया गया है।समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जिलांतर्गत सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना जांच की जा रही है तथा कंटेनमेंट जोन में टेस्टिंग कार्य के लिए विशेष अभियान चलाया गया है। तदनुसार कोरोना जांच के कार्य में काफी तेजी आई है।

आयुक्त ने सभी जिलाधिकारी को कोविड संग्रहण केंद्रों /जांच केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में कर्मियों की तैनाती रखने तथा आवश्यक संसाधन के साथ सामाजिक दूरी कायम रखते हुए जांच कार्य का नियमित संचालन करने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रत्येक जिला में टेस्ट की रफ्तार को कायम रखते हुए और अधिक प्रगति लाने का निर्देश दिया।उन्होंने सभी जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि कोरोना के लक्षण से युक्त व्यक्ति अपने निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर टेस्ट करायें । इस आशय से संबंधित जानकारी स्थानीय प्रशासन द्वारा लोगों में प्रचारित कराने का निर्देश दिया गया।अस्पतालों में इलाज की समुचित व्यवस्था तथा कुशल प्रबंधन के कारण कोरोना मरीजों के प्रतिदिन ठीक होने की प्रक्रिया सतत रूप से जारी है।आयुक्त ने कोरोना से मुक्त हो रहे पेसेंट की जिलावार स्थिति की समीक्षा की। समीक्षा में पाया गया कि प्रमंडल स्तर पर कुल 804 व्यक्ति एक दिन में अस्पताल में डॉक्टरों से इलाज पाकर ठीक हो गये है तथा कोरोना पर विजय प्राप्त कर चुके हैं।पटना जिला में 406 व्यक्ति नालंदा जिला में 153 व्यक्ति, रोहतास 101, भोजपुर में 50 व्यक्ति ,बक्सर में 70 व्यक्ति, कैमूर में 24 व्यक्ति ठीक होकर सकुशल घर वापस लौटे।कोरोना योद्धाओं के चेहरों पर विजय की खुशी स्पष्ट दृष्टिगोचर हो रही थी। उन्होंने अस्पताल में इलाज की समुचित व्यवस्था एवं कुशल प्रबंधन पर पूर्ण संतोष प्रकट करते हुए जिला प्रशासन के प्रति आभार प्रकट किया है।आयुक्त ने कोविड केयर सेंटर में मरीजों के लिए गर्म पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश सभी जिलाधिकारी को दिया। इस क्रम में पटना जिला अंतर्गत नालंदा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल तथा पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में गर्म पानी मरीजों को उपलब्ध कराने हेतु दो -दो मशीन उपलब्ध कराए गए हैं। आयुक्त ने अन्य कोविड केयर सेंटर पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कंपलेक्स, पाटलिपुत्र अशोक होटल सहित अन्य कोविड अस्पतालों में गर्म पानी की सुविधा हेतु मशीन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।आयुक्त ने कंटेनमेंट जोन में हर हाल में मजिस्ट्रेट एवं पुलिस बल तैनात रखने तथा मानक के अनुरूप शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कंटेनमेंट जोन में सैनिटाइजेशन का कार्य चलाने तथा हाउस टू हाउस सर्वे का काम प्रभावी रूप से करने का निर्देश दिया।बताया गया कि संक्रमण की स्थिति को देखते हुए सभी स्थानों पर सैनिटाइजेशन का कार्य विशेष अभियान के रूप में किया जा रहा है । इसके लिए वर्क प्लान तैयार कर कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। साथ ही सड़क पर परिचालित ऑटो रिक्शा को भी सैनिटाइज किया गया।प्रत्येक जिला में नियंत्रण कक्ष कार्य कर रहा है तथा प्रतिदिन मरीजों का हालचाल जानने तथा उनकी समस्या/ शिकायत का समुचित निदान कर पंजी संधारित की जा रही है। उन्होंने मरीजों को रेंडम फोन करके कोविड अस्पताल में दी जा रही इलाज की समुचित सुविधा के बारे में फीडबैक प्राप्त करने तथा पॉजिटिव /नेगेटिव फीडबैक पर गुणवत्तापूर्ण सुधारात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। यद्यपि सभी जिलों में नियंत्रण कक्ष से मरीजों का हाल-चाल जानने तथा आवश्यक सुधारात्मक कार्रवाई की जा रही है।